
रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आज तक के ख़ास कार्यक्रम 'थर्ड डिग्री' में कई मसलों पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दिए लीडरशिप के फॉर्मूले में न राहुल गांधी थे, न प्रियंका वाड्रा. पीके ने कहा कि कांग्रेस को किसी पीके की जरुरत नहीं है. मेरा कद इतना बड़ा नहीं है कि राहुल गांधी मुझे भाव दें. 'थर्ड डिग्री' के कार्यक्रम में प्रशांत किशोर ने कहा कि मुझे कांग्रेस को जो बताना था, वो बता दिया.
'पांच राज्यों में कांग्रेस की कोई संभावना नहीं, पहले ही बता दिया'
प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस को पहले ही बता दिया था कि पांच राज्यों में उनकी कोई संभावना नहीं है. आने वाले लोकसभा चुनाव में पीके की क्या तैयारी रहेगी, इस पर उन्होंने कहा कि 2024 के लिए उनकी कोई तैयारी नहीं है. मोदी को चैलेंज के सवाल पर पीके ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी को कौन चैलेंज करेगा इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है.
ममता बनर्जी के साथ काम करने में कोई दिक्कत नहीं
प्रशांत किशोर ने कहा कि मुझे ममता बनर्जी के साथ काम करने में कोई दिक्कत नहीं हुई. उनसे मेरी कभी नोक झोंक भी नहीं हुई.
कांग्रेस में शामिल होने से कर दिया था इनकार
गौरतलब है कि हाल ही में प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने से इनकार कर दिया था. बीते कई दिनों से अटकलें थीं कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं, लेकिन दो दिन पहले ही इस पर विराम लग गया. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखते हुए एक समिति का गठन किया था. प्रशांत किशोर को इस समिति के सदस्य के रूप में पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया.
'मैं कांग्रेस का आभारी हूं'
पीके ने कहा, मैं कांग्रेस का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे बुलाया और मेरी बात सुनी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दिखाया गया मेरा प्रजेंटेशन 8-9 घंटे का था. प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस चाहती थी कि वे पार्टी में शामिल हो जाएं. लेकिन उनकी तरफ से पार्टी से कोई पद नहीं मांगा गया था. प्रशांत किशोर के मुताबिक उन्होंने 8 से 9 घंटे की एक बैठक की थी. उनकी तरफ से तमाम सुझाव भी दिए गए थे. उन्होंने और पार्टी के दूसरे नेताओं ने उनके सुझावों का स्वागत किया था.
10 दिनों में बदलाव चाहते थे प्रशांत किशोर
हाल ही में कांग्रेस के सीनियर नेता ने बताया था कि प्रशांत किशोर चाहते थे कि उनके बताए सुझावों पर 10 दिनों के अंदर काम शुरू हो जाए. इसमें तीन बदलाव प्रमुख थे. पहला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति, महासचिव प्रियंका गांधी का पार्टी में रोल तय करना और संसदीय बोर्ड का पुनर्गठन. सूत्र के मुताबिक, प्रशांत किशोर की शर्तें कांग्रेस कमेटी को मंजूर नहीं थीं. पीके चाहते थे कि पीके पार्टी ज्वाइन करने के बाद कांग्रेस के फ्रेमवर्क के हिसाब से काम करें. लेकिन दूसरी तरफ वो पूर्ण शक्ति चाह रहे थे.
ये भी पढ़ें