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AAP सांसद संजय सिंह ने LG के लीगल नोटिस की कॉपी प्रेस कॉन्फ्रेंस में फाड़ी, लगाए ये आरोप

AAP सांसद संजय सिंह ने उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और मामले की जांच सीबीआई, ईडी से कराने की बात कही. प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय सिंह ने कहा कि आज बहुत ही बड़े और गंभीर मामले का खुलासा करने जा रहा हूं. यह मामला दिल्ली के उपराज्यपाल के खिलाफ है. ये भ्रष्टाचार उन्होंने KVIC(खादी उद्योग) के अध्यक्ष रहते हुए किया. खादी में लाखों की संख्या में कारीगर काम करते हैं जिन की संख्या 4 लाख 55 हज़ार है.

AAP सांसद संजय सिंह AAP सांसद संजय सिंह
पंकज जैन/अमित भारद्वाज
  • नई दिल्ली ,
  • 07 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:01 PM IST

आम आदमी पार्टी के नेताओं को उपराज्यपाल विनय सक्सेना की ओर से भेजे गए नोटिस का मामला गरमा गया है. बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में AAP सांसद संजय सिंह ने LG के लीगल नोटिस की कॉपी फाड़ दी. साथ LG विनय सक्सेना के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कई बड़े आरोप लगाए.  

AAP सांसद संजय सिंह ने उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और मामले की जांच सीबीआई, ईडी से कराने की बात कही. प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय सिंह ने कहा कि आज बहुत ही बड़े और गंभीर मामले का खुलासा करने जा रहा हूं. यह मामला दिल्ली के उपराज्यपाल के खिलाफ है. ये भ्रष्टाचार उन्होंने KVIC(खादी उद्योग) के अध्यक्ष रहते हुए किया. खादी में लाखों की संख्या में कारीगर काम करते हैं जिन की संख्या 4 लाख 55 हज़ार है.

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इसमें बहुत बड़े घोटाला हुआ है, कारीगरों को चेक/बैंक के माध्यम से भुगतान नहीं हो रहा है. हाई कोर्ट पटना ने कहा कि कोई भी भुगतान कारीगरों का कैश में नहीं होना चाहिए. 2017 में पटना हाई कोर्ट ने कहा कि कोर्ट भी पेमेंट कैश में नहीं चाहिए. 2017 में KVIC के एक पत्र से साफ पता चलता है कि पेमेंट कैश के माध्यम से होती रही है.

राजेन्द्र प्रताप गुप्ता खादी ग्रामोद्योग के सदस्य ने भी कहा था की खादी ग्रामोद्योग के नियमों का उल्लंघन हो रहा है. 23 करोड़ रुपये से गेस्ट हाउस खरीदने जा रहे थे. राजेन्द्र प्रताप गुप्ता ने इस पर भी आपत्ति जताई थी.

बता दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कथित झूठे आरोप लगाने के मामले में संजय सिंह, आतिशी और दुर्गेश पाठक समेत AAP के कई नेताओं को लीगल नोटिस भेजा था. साथ ही उनका कहना था कि आप नेताओं द्वारा उनकी छवि खराब करने के लिए फर्जी खबरें और एक प्रेरित प्रचार चलाया गया. AAP नेताओं को इस पर अगले 48 घंटे में जवाब देने को कहा गया था. 

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