
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ आक्रामक थे. अखिलेश ने सपा और कांग्रेस की विचारधारा में अंतर बताते हुए राहुल गांधी की पार्टी पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा एक है. अखिलेश यादव के सुर अब बदले-बदले नजर आ रहे हैं.
एक दिन पहले तक राहुल गांधी पर हमलावर रहे अखिलेश यादव के तेवर अब नरम पड़ते नजर आ रहे हैं. भारत जोड़ो यात्रा के यूपी में प्रवेश करने से ठीक एक दिन पहले अखिलेश यादव ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखी है. अखिलेश यादव ने अपने पत्र में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण देने के लिए धन्यवाद दिया है.
अखिलेश यादव ने राहुल गांधी को भारत जोड़ो मुहिम की सफलता के लिए शुभकामनाएं भी दी हैं. अखिलेश यादव ने राहुल गांधी को लिखे पत्र में ये भी कहा है कि भारत भौगोलिक विस्तार से अधिक एक भाव है. इसमें प्रेम, अहिंसा, करुणा, सहयोग और सौहार्द ही वो सकारात्मक तत्व हैं जो भारत को जोड़ते हैं. उन्होंने यह उम्मीद जताई है कि राहुल गांधी की ये यात्रा देश की इसी समावेशी संस्कृति के संरक्षण के उद्देश्य से अपने लक्ष्य को प्राप्त करेगी.
यात्रा में शामिल नहीं होंगे अखिलेश?
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 29 दिसंबर को पत्रकारों से बात कर रहे थे तब उनसे राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने को लेकर सवाल किए गए थे. राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण मिलने को लेकर सवाल पर अखिलेश यादव ने इससे इनकार कर दिया था.
कल से यूपी में भारत जोड़ो यात्रा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कुछ दिन के ब्रेक के बाद फिर से शुरू हो रही है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 3 जनवरी को गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर से यूपी में प्रवेश करेगी. भारत जोड़ो यात्रा 3 से 5 जनवरी तक, यानी तीन दिन भारत में रहेगी. गाजियाबाद, बागपत और शामली, भारत जोड़ो यात्रा में यूपी के तीन जिले कवर हो रहे हैं.
राहुल गांधी की इस यात्रा को सफल बनाने के लिए कांग्रेस ने यूपी में अखिलेश यादव समेत विपक्ष के अन्य नेताओं को भी निमंत्रण दिया था. कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती को भी न्यौता भेजा था. जयंत चौधरी ने राजनीतिक व्यस्तता का जिक्र करते हुए पहले ही ये साफ कर दिया था कि वे भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नहीं होंगे.
(इनपुट- विकास कुमार सिंह)