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अखिलेश ने लगाया था सपा मतदाताओं के नाम काटने का आरोप, अब चुनाव आयोग को भेजा जवाब

इस बार के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि उनकी पार्टी के मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया गया. उनका नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया. चुनाव आयोग ने इस आरोप पर पार्टी को एक नोटिस भी थमाया था जिस पर अब जवाब दाखिल कर दिया गया है.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव सपा प्रमुख अखिलेश यादव
समर्थ श्रीवास्तव/कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 10 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:47 PM IST

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था कि सपा मतदाताओं के वोट काटे गए. इसे लेकर चुनाव आयोग ने पार्टी को नोटिस थमाया और अब सपा ने ईमेल के जरिए अपना जवाब दाखिल कर दिया है. मांग की गई है कि इस मामले की जांच के दौरान पार्टी के प्रतिनिधि को भी शामिल किया जाए. 

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जानकारी के लिए बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कुछ समय पहले आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग द्वारा पक्षपता किया गया और वोटर लिस्ट से सपा के मतदाताओं के नाम हटा दिए. इस आरोप जमकर सियासत हुई थी और चुनाव आयोग ने भी तुरंत सपा को एक नोटिस दिया. मांग की गई थी कि पार्टी अपने इन दावों को सबूत के साथ सिद्ध करे. अब चुनाव आयोग के उसी नोटिस पर समाजवादी पार्टी ने अपना जवाब दाखिल कर दिया है. पार्टी का दावा है कि उसकी तरफ से कई साक्ष्य चुनाव आयोग को दे दिए गए हैं.

इस विवाद पर अखिलेश यादव की तरफ से ये भी कहा गया था कि अगर चुनाव आयोग द्वारा समय रहते उनकी शिकायतों पर एक्शन लिया जाता तो चुनाव के दौरान हजारों मतदाता वोट करने से वंचित नहीं रह जाते. अब अखिलेश का तर्क है कि जिन वोटरों का नाम काटा गया है, वो सभी उनकी पार्टी को चुनाव में मत देने वाले थे. वे कहीं ना कहीं इसे भी अपनी हार के लिए जिम्मेदार मानते हैं. अब चुनाव आयोग सपा के जवाब से कितना संतुष्ट होता है, ये आने वाले कुछ दिनों में स्पष्ट हो जाएगा.

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विधानसभा चुनाव की बात करें तो एक बार फिर बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ राज्य में सरकार बनाई थी. पार्टी के खाते में 273 सीटें गई थीं. वहीं जयंत चौधरी की पार्टी के साथ गठबंधन करने वाली समाजवादी पार्टी को 125 सीट मिली थी.

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