Advertisement

पश्चिम बंगाल में नहीं बनी बीजेपी की सरकार तो देश की सुरक्षा को खतरा: अमित शाह

असम के करीमगंज जिले में बीजेपी उम्मीदवार की कार से ईवीएम बरामद किए जाने के बाद राजनीति गरमा गई है और माहौल तनावपूर्ण हो गया है. बीजेपी उम्मीदवार की गाड़ी से ईवीएम पाए जाने पर उठे विवाद पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है.

अमित शाह, गृह मंत्री अमित शाह, गृह मंत्री
राहुल कंवल
  • नई दिल्ली,
  • 02 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 8:52 PM IST
  • अमित शाह बोले बंगाल का चुनाव देश के लिए महत्वपूर्ण
  • पश्चिम बंगाल, नॉर्थ-ईस्ट की एंट्री है
  • यहां घुसपैठ रोकने वाली सरकार नहीं बनी तो देश के लिए खतरा

पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर अमित शाह ने आजतक के साथ खास बातचीत में कहा, देश के भविष्य के लिए पश्चिम बंगाल का चुनाव काफी महत्वपूर्ण है. पश्चिम बंगाल नॉर्थ-ईस्ट की एंट्री है और देश की सीमाएं भी यहां पर लगी हुई हैं. अगर यहां पर घुसपैठ रोकने वाली सरकार नहीं बनती है तो देश की सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है. दूसरी चीज यहां पर 1977 से यहां पर असंतोष के भाव से ही सरकार चली हैं. भारत सरकार के साथ सहयोग नहीं करना. कलकत्ता बनाम दिल्ली की एक लड़ाई शुरू करना और बंगाल के विकास को रोकना. 

Advertisement

अमित शाह ने आगे उदाहरण के तौर पर समझाते हुए कहा कि जैसे प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सभी किसानों को प्रत्येक साल छह हजार रुपये दिया है. लेकिन यहां हम नहीं दे पा रहे हैं. क्योंकि हमें सूची ही नहीं भेजा गया है. पीएम मोदी ने देश के 60 करोड़ गरीबों को पांच लाख तक का स्वास्थ्य का पूरा खर्चा देने का वादा किया है और दे भी रहे हैं. लेकिन यहां ऐसा नहीं हो पा रहा है क्योंकि यहां पर स्कीम को रोका हुआ है. शत प्रतिशत घरों में पानी पहुंचाने की योजना है. इसमें भी जीरो प्रोग्रेस है. तो बंगाल का विकास रुका हुआ है. एक जमाने में जीडीपी में बंगाल का सबसे बड़ा कंट्रीब्यूशन होता था. लेकिन आज सबसे नीचले पायदान पर है. इसलिए सभी दृष्टिकोण से देश के विकास के लिए बंगाल का चुनाव बेहद जरूरी है. और बंगाल में ऐसी सरकार का गठन होना जो विकास के अलावा कुछ और ना करे. 

Advertisement

अमित शाह ने आगे कहा कि विवेकानंद और रविंद्रनाथ टैगोर ने पूरे देश को एक साथ जोड़ने की कोशिश की. सुभाष चंद्र बोस को देश का बच्चा बच्चा जानता है. तमिलनाडु में भी कई बच्चे के नाम उनके नाम पर रखे गए हैं. प्रणब मुखर्जी पूरे देश के राष्ट्रपति थे. लेकिन कम्युनिस्टों ने ओछी राजनीति करने के लिए बंगाल को अलग करने वाला संस्कार डाला था. मुझे लगता है बंगाल के लोगों ने भी इस बात को समझ लिया है और इस बार परिवर्तन होने जा रहा है. 

अमित शाह ने कहा कि 2019 में हमने 18 सीटें जीती. 22 का लक्ष्य रखा था. तीन सीटों पर मामूली अंतर से चुनाव हारे. उस वक्त लोगों को भरोसा नहीं था कि बीजेपी जीतेगी. लेकिन गुरुवार को नंदीग्राम का एपिसोड देखने के बाद पूरे बंगाल को मालूम चल गया है कि दीदी जा रही है. दीदी खुद अपनी सीट हारने वाली है. प्रथम दो चरणों में बीजेपी 50 से ज्यादा सीटें जीतकर एक रिकॉर्ड बनाने जा रही है. 

क्या नंदीग्राम में एक छोटे नेता को ललकारना ममता बनर्जी की एक चूक रही? इस सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि मैं पहले दिन से मानता हूं कि वो भवानीपुर से भागी हैं. लेकिन वो गलत जगह भागी हैं. हालांकि एक सच यह भी है कि वो कहीं भी जाती तो चुनाव हारतीं. हमलोग नंदीग्राम में 20 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव जीतेंगे.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement