
गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कांग्रेस पर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने और भीम राव आंबेडकर से संबंधित राज्यसभा में उनकी टिप्पणियों से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया. प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अतीत में भी भ्रम फैलाने और लोगों को गुमराह करने के लिए उनकी और यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणियों को गलत तरीके से पेश किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा उनके इस्तीफे की मांग के बारे में पूछे जाने पर गृह मंत्री ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा अगर इससे कांग्रेस अध्यक्ष को आनंद मिलता है तो मैं इस्तीफा दे भी दूं लेकिन, इससे उनकी समस्याएं कभी हल नहीं होंगी. 15 साल आपको विपक्ष में बैठना है.
गृह मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें-
-मैं तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने के लिए कांग्रेस की निंदा करता हूं. ऐसा क्यों हुआ? ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा नेताओं ने इस बारे में बात की कि कैसे एनडीए सरकारों ने संविधान को बरकरार रखा और तथ्यों के साथ यह स्थापित किया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी, संविधान विरोधी और आरक्षण विरोधी है.
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-कांग्रेस ने सावरकर का भी अपमान किया और आपातकाल लगाकर संविधान में निहित मूल्यों की धज्जियां उड़ा दीं. नारी सम्मान को भी वर्षों तक दरकिनार किया, न्यायपालिका का हमेशा अपमान किया, सेना के शहीदों का अपमान किया और भारत की भूमि तक को संविधान तोड़कर दूसरे देशों को देने की हिमाकत कांग्रेस के शासन में हुई.
-मैं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी से भी ये कहना चाहता हूं कि आपको कांग्रेस के इस कुत्सित प्रयास का समर्थन नहीं करना चाहिए था. मुझे बहुत दुख है कि राहुल गांधी के दबाव में आप भी इसमें शामिल हो गए हैं.
-कांग्रेस के नेताओं ने कई बार खुद ही अपने आप को भारत रत्न दिए हैं. 1955 में नेहरू जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया, 1971 में इंदिरा जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया. लेकिन बाबा साहेब को भारत रत्न 1990 में तब मिला जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी और भाजपा के समर्थन वाली सरकार थी. 1990 तक कांग्रेस बाबा साहेब को भारत रत्न न मिले, इसके लिए प्रयास करती रही. यहां तक कि बाबा साहेब की 100वीं जयंती को मनाने की मनाही कर दी गई.
-जब तक कांग्रेस सत्ता में रही बाबा साहेब अंबेडकर का कोई स्मारक नहीं बना. जहां-जहां विपक्ष की सरकारें आती गईं, स्मारक बनते गए. भाजपा की सरकारों ने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने बाबा साहेब के जीवन से संबंधित पंचतीर्थ का विकास किया, मध्य प्रदेश में महू, लंदन में बाब साहेब के स्मारक, नागपुर में दीक्षाभूमि, दिल्ली में राष्ट्रीय स्मारक और महाराष्ट्र के मुंबई में चैत्यभूमि का विकास करने का काम भाजपा की सरकारों ने किया.
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-राज्यसभा में मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया. इससे पहले उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी जी के बयानों को एडिट करके सार्वजनिक किया था. जब चुनाव चल रहे थे तो मेरे बयान को AI का उपयोग करके संपादित किया गया था. और आज वे मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं.
-मैं उस पार्टी से हूं जो अंबेडकर जी का कभी अपमान नहीं कर सकती. पहले जनसंघ और फिर भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा अंबेडकर जी के सिद्धांतों पर चलने का प्रयास किया है. जब भी भारतीय जनता पार्टी सत्ता में रही, हमने अंबेडकर जी के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार किया है. भारतीय जनता पार्टी ने आरक्षण को मजबूत करने का काम किया है.
-हम जानते हैं कि देश के संविधान को समावेशी बनाने में, दलितों, आदिवासियों, वंचितों, गरीबों को न्याय दिलाने में और देश में लोकतंत्र की नींव को गहरा करने में बाबा साहेब का बहुत बड़ा योगदान है. पूरा देश बाबा साहेब के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता है.