
आंध्र प्रदेश की राजनीति जिसमें पहले 'शिष्टाचार' की बात कही जाती थी, वहां पिछले कुछ वक्त से बिल्कुल उलट तस्वीर देखने को मिल रही है. विवादित बयानबाजी, धमकियों और हमले के बाद अब YSRCP ने विपक्षी पार्टी TDP का विरोध जताने का नया तरीका ढूंढा है. इसमें YSRCP समर्थकों ने विपक्ष के नेता और पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) की 'अंतिम यात्रा' का जुलूस निकाला.
इतना ही नहीं YSRCP ने एक कार्यकर्ता को नायडू के बेटे नारा लोकेश का मास्क भी पहनाया, जिससे 'अंतिम संस्कार' की क्रियाएं कराई गईं. तिरुपति से विधायक बहुमाना करुणाकर रेड्डी ने नायडू पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया.
सीएम जगन मोहन रेड्डी की सरकार की तारीफ करते हुए विधायक करुणाकर ने दावा किया कि TDP राज्य में अशांति फैलाने की कोशिश कर रही है.
चंद्रबाबू के प्रदर्शन को कहा 'फर्जी'
वहीं राज्य के परिवहन एवं सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री पेरणी वेंकटरमैया ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू जिस 36 घंटे के दीक्षा (विरोध प्रदर्शन) पर बैठे हैं वह 'फर्जी विरोध प्रदर्शन' है. वेंकटरमैया ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू बताएं कि क्या वह टीडीपी नेता पट्टाभि द्वारा सीएम के खिलाफ इस्तेमाल अपशब्दों का समर्थन करते हैं? बता दें कि सीएम के खिलाफ अपशब्दों के इस्तेमाल पर पट्टाभि को गिरफ्तार किया गया था.
सीएम रेड्डी के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद टीडीपी के कार्यालयों में तोड़फोड़ हुई थी, जिसका आरोप सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगा था. इसके बाद TDP अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने पार्टी कार्यालय के सामने 36 घंटे ‘दीक्षा’ (विरोध प्रदर्शन) पर बैठने का फैसला लिया था.