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लोकसभा चुनाव करीब हैं और इंडिया गठबंधन में भगदड़ मची है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले राज्य की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया, फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इंडिया गठबंधन के सूत्रधार नीतीश कुमार को अपने पाले में लाकर विपक्ष को बड़ा झटका दे दिया. कुछ माह पुराने विपक्षी गठबंधन को एक के बाद एक, दो बड़े झटके लग चुके हैं और अब गठबंधन में आम आदमी पार्टी के भविष्य को लेकर भी कयासों का दौर तेज हो गया है.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाल ही में यह दावा किया था कि सूबे की सभी 13 लोकसभा सीटें आम आदमी पार्टी ही जीतेगी. पंजाब और दिल्ली में सीट शेयरिंग पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में बातचीत चल रही है और इन दोनों राज्यों की सत्ता पर काबिज पार्टी ने हरियाणा में भी तीन सीटों की डिमांड कर दी है. आम आदमी पार्टी अब हरियाणा में एक्टिव मोड में आ गई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा के जींद में बदलाव जनसभा को संबोधित किया. केजरीवाल के संबोधन में कांग्रेस को लेकर तल्खी भी दिखी और नरमी भी.
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उन्होंने एक तरफ यह कहा कि लोकसभा चुनाव में हम इंडिया गठबंधन के साथ उतरेंगे तो साथ ही विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान भी किया. लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने हैं तो वहीं विधानसभा चुनाव अक्टूबर तक होने हैं. लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की सक्रियता के मायने भी तलाशे जा रहे हैं. अरविंद केजरीवाल की रैलियों को लोकसभा चुनाव में अपनी डिमांड के मुताबिक सीटें पाने के लिए कांग्रेस पर प्रेशर बनाने की रणनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है.
हरियाणा में क्या बोले केजरीवाल
दिल्ली के सीएम ने कहा कि आज लोगों का भरोसा केवल एक पार्टी, आम आदमी पार्टी पर है. उन्होंने दिल्ली और पंजाब सरकार के कामकाज का जिक्र किया और कहा कि दोनों राज्यों में लोग खुश हैं. आज हरियाणा में बड़े बदलाव की जरूरत है. केजरीवाल ने कांग्रेस का नाम लिए बिना हमला बोलते हुए कहा कि पहले की सरकारों से सूबे की जनता निराश है. जनता ने हर दल को मौका दिया लेकिन सबने केवल अपनी तिजोरी भरी. दिल्ली और पंजाब में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है.
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उन्होंने जनता से सवालिया लहजे में कहा क्या कांग्रेस, बीजेपी, जेजेपी ऐसा कर सकती हैं? वे ऐसा नहीं कर सकते. केवल आम आदमी पार्टी ही यह कर सकती है. केजरीवाल ने सूबे की सभी 90 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया और यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव हम इंडिया गठबंधन के बैनर तले लड़ेंगे.
इंडिया से एग्जिट कर गए ममता-नीतीश
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीट शेयरिंग को लेकर जारी खींचतान के बीच कुछ ही दिन पहले यह ऐलान किया था कि टीएमसी सूबे की सभी लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. ममता के ऐलान से इंडिया गठबंधन को पश्चिम बंगाल में झटका लगा ही था कि बिहार में नीतीश कुमार गच्चा दे गए. विपक्षी एकजुटता की मुहिम के अगुवा नीतीश की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) अब एनडीए में शामिल हो चुकी है.