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'लगता है पीएम मोदी ओबामा की नसीहत ठीक से नहीं समझे...', UCC-पसमंदा पर ओवैसी का पलटवार

ओवैसी ने कहा, एक तरफ आप पसमांदा मुसलमानों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, और दूसरी तरफ आपके प्यादे उनकी मस्जिदों पर हमला कर रहे हैं, उनका रोजगार छीन रहे हैं, उनके घरों पर बुलडोजर चला रहे हैं, उनकी लिंचिंग के जरिए हत्या कर रहे हैं, और उनके आरक्षण की मुखालिफत भी कर रहे हैं. आपकी सरकार ने गरीब मुसलमानों की स्कॉलरशिप खत्म कर दी.

असदुद्दीन ओवैसी और पीएम मोदी (फाइल फोटो) असदुद्दीन ओवैसी और पीएम मोदी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 जून 2023,
  • अपडेटेड 9:57 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भोपाल से 2024 के लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया. इस दौरान उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड, तीन तलाक और पसमांदा मुसलमानों का मुद्दा उठाया. पीएम मोदी के इस बयान पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है. ओवैसी ने कहा, ''पीएम मोदी ने तीन तलाक, UCC और पसमांदा मुसलमानों पर कुछ टिप्पणी की है. लगता है मोदी जी ओबामा की नसीहत को ठीक से समझ नहीं पाए.''

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ओवैसी ने कहा, पीएम मोदी जी ये बताइए कि क्या आप हिन्दू अविभाजित परिवार (HUF) को खत्म करेंगे? इसकी वजह से देश को हर साल ₹3064 करोड़ का नुकसान हो रहा है. एक तरफ आप पसमांदा मुसलमानों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, और दूसरी तरफ आपके प्यादे उनकी मस्जिदों पर हमला कर रहे हैं, उनका रोजगार छीन रहे हैं, उनके घरों पर बुलडोजर चला रहे हैं, उनकी लिंचिंग के जरिए हत्या कर रहे हैं, और उनके आरक्षण की मुखालिफत भी कर रहे हैं. आपकी सरकार ने गरीब मुसलमानों की स्कॉलरशिप खत्म कर दी.

ओवैसी ने कहा, अगर पसमांदा मुसलमान का शोषण हो रहा है तो आप क्या कर आहे हैं? पसमांदा मुसलमान का वोट मांगने से पहले आपके कार्यकर्ता को घर-घर जाकर माफी मांगनी चाहिए कि आपके प्रवक्ता और विधायक ने हमारे नबी-ए-करीम की शान में गुस्ताखी की. 

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कानून बनाने से कुछ नहीं होगा- ओवैसी

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ''पाकिस्तान का हवाला देते हुए मोदी जी ने कहा है के वहां तीन तलाक पर रोक है. मोदी जी को पाकिस्तान के कानून से इतनी प्रेरणा क्यों मिल रही है? आपने तो यहां तीन तलाक के खिलाफ कानून भी बना दिया, लेकिन उसका जमीनी स्तर पर कुछ फर्क नहीं पड़ा. बल्कि महिलाओं पर शोषण और बढ़ गया है. हम तो हमेशा से मांग कर रहे हैं की कानून से समाज-सुधार नहीं होगा. अगर कानून बनाना ही है तो उन मर्दों के खिलाफ बनाना चाहिए जो शादी के बाद भी अपनी पत्नी को छोड़ कर फरार हो जाते हैं.''

पीएम मोदी पर हमलावर हुए विपक्षी दल

आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, बीजेपी और पीएम मोदी लालू यादव से डरे हुए हैं. लालू यादव ने पीएम को फिट करने का ऐलान किया था. विपक्षी एकजुटता से बीजेपी में घबराहट है. जेल भेजने की गीदड़ भभकी से लालू यादव डरने वाले नहीं हैं. 

- जदयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने पीएम मोदी के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी नई बात नहीं कर रहे हैं. यह उनकी व्याकुलता है. पहले कहते थे कि विपक्ष एकजुट नहीं हो सकता. आज एक साथ आ गए, तो बेचैनी में हैं. पीएम खुद सांप्रदायिकता वाले मुद्दे को आगे बढ़ा रहे हैं. हमें जनता पर पूरा भरोसा है. 

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- कांग्रेस नेता और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारी सदस्य आरिफ मसूद ने कहा कि प्रधानमंत्री को याद रखना चाहिए कि उन्होंने संविधान की शपथ ली है. देश के सभी वर्गों को संविधान पर भरोसा है और वे इसे बदलने नहीं देंगे. 

- डीएमके नेता टीकेएस एलंगोवन ने कहा कि समान नागरिक संहिता सबसे पहले हिंदू धर्म में लागू की जानी चाहिए. एससी/एसटी समेत प्रत्येक व्यक्ति को देश के किसी भी मंदिर में पूजा करने की अनुमति दी जानी चाहिए. हम यूसीसी नहीं चाहते क्योंकि संविधान ने हर धर्म को सुरक्षा दी है. 

पीएम मोदी ने क्या क्या कहा?

'तो मुस्लिम देश तीन तलाक पर प्रतिबंध क्यों लगाते'

पीएम मोदी ने कहा, तीन तलाक का इस्लाम से संबंध होता तो कोई मुस्लिम देश इस पर प्रतिबंध नहीं लगाता. मिस्र ने आज से 90 साल पहले इसको खत्म कर दिया था. अगर इस्लाम से इसका संबंध होता तो इस्लामिक देश इसे क्यों खत्म करते. कतर, जॉर्डन, इंडोनेशिया जैसे देशों में क्यों इसको बंद कर दिया.तीन तलाक का फंदा लटका कर कुछ लोग मुस्लिम बहनों पर अत्याचार की खुली छूट चाहते हैं.

UCC के नाम पर मुसलमानों को भड़का रहे दल 

पीएम मोदी ने कहा, भारत के मुसलमानों को यह समझना होगा कि कौन से राजनीतिक दल उनको भड़का रहे हैं. आजकल UCC के नाम पर भड़का रहे हैं. एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा तो घर चल पायेगा क्या? तो ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा? ये लोग हम पर आरोप लगाते हैं. ये अगर मुसलमानों के सही हितैषी होते तो मुसलमान पीछे नहीं रहते. सुप्रीम कोर्ट बार-बार कह रहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लाओ लेकिन ये वोट बैंक के भूखे लोग ऐसा नहीं करना चाहते.

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पसमांदा मुसलमानों के साथ भेदभाव हुआ 

पीएम मोदी ने भोपाल में बूथ सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, पसमांदा मुसलमानों के साथ भेदभाव हुआ. जो पसमांदा मुसलमान भाई-बहन हैं, उनकी आवाज सुनने के लिए कोई नहीं है. उनके धर्म के लोगों ने अगर कोई भला किया होता तो ऐसा नहीं होता. आज भी उनको वीजा नहीं मिलता. वो पिछड़े नहीं होते. पसमांदा मुसलमानों के साथ जो भेदभाव हुआ है, उसका नुकसान इनकी कई पीढ़ियों को भुगतना पड़ा, लेकिन बीजेपी सरकार सबके लिए सबका साथ, सबका विकास पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि जो दल यूसीसी का विरोध कर रहे हैं वे मुसलमानों के हितैषी नहीं हैं. इन्हीं दलों की वजह से पसमांदा मुसलमान पिछड़े हैं.

कौन होते हैं पसमांदा मुसलमान? 

पसमांदा यानी सामाजिक, आर्थिक रूप से पिछड़े. मुसलमानों के पिछड़े वर्ग (ओबीसी और दलित मुस्लिम) को पसमांदा मुस्लिम कहते हैं. देश की कुल मुसलमान आबादी में इनकी संख्या 85 फीसदी है. राजनीति में भी अगड़े मुसलमानों का वर्चस्व रहा है जबकि पसमांदा समाज सियासी तौर पर हाशिए पर ही रहा है, इसलिए पीएम मोदी इन्हें बीजेपी से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. 

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