
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा है कि पाकिस्तान में भारतीय मिसाइल के गिरने के संबंध में रक्षामंत्री के बयान से मुझे कुछ समझ नहीं आया है. रिपोर्ट में मिसाइल दागने की घटना का डरावना विवरण है जिसे समझाया जाना चाहिए था.
उन्होंने पूछा कि क्या यह सच है कि लॉन्चर पर और मिसाइलें थीं जिन्हें पहले वाले के बाद उड़ान भरने से रोकना पड़ा था? क्या हम दो परमाणु-सशस्त्र देशों के बीच इस तरह की कार्रवाई के परिणामों की कल्पना भी करते हैं?
अपने ट्वीट में ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा, 'रिपोर्ट कहती है कि अगर मिसाइल अपने निर्धारित लक्ष्य तक पहुंच जाती तो हथियार से लैस हो जाती. निर्धारित लक्ष्य क्या था और क्या इसका मतलब यह है कि मिसाइल वारहेड के साथ थी?
उन्होंने कहा कि मिसाइल दुर्घटना के बारे में पारदर्शी और ईमानदार होने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पीएम मोदी और केंद्र सरकार को अपनी राजनीति और फिल्मों के प्रचार से ऊपर उठना चाहिए. ओवैसी ने कहा कि एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति के रूप में भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा है और इस अक्षम सरकार के कारण इसे नष्ट नहीं होने दिया जा सकता.
बता दें कि मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 9 मार्च को अनजाने में मिसाइल छोड़े जाने को लेकर बयान दिया था. राजनाथ सिंह ने कहा कि यह घटना इंस्ट्रक्शन के दौरान अनजाने में हुई. मिसाइल यूनिट के रुटीन मेंटिनेंस और इंस्ट्रकशन के दौरान शाम करीब 7 बजे एक मिसाइल रिलीज़ हो गई, जो पाकिस्तान के क्षेत्र में जाकर गिरी. यह घटना खेदजनक है लेकिन ये राहत की बात है कि इस घटना से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है.
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