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सिर पर सोने की चरण पादुका, 8000 KM की पदयात्रा... हैदराबाद से अयोध्या के लिए निकल पड़ा ये रामभक्त

शास्त्री अयोध्या-रामेश्वरम मार्ग से यात्रा कर रहे हैं. वनवास के दौरान भगवान श्रीराम भी इस मार्ग से गुजरे थे. उन्होंने बताया कि वो श्रीराम की ओर से स्थापित सभी शिवलिंगों के दर्शन भी करेंगे. उन्होंने अपनी यात्रा 20 जुलाई को शुरू की थी. 

अयोध्या मंदिर अयोध्या मंदिर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 7:01 AM IST

हैदराबाद का एक रामभक्त अयोध्या के लिए पैदल यात्रा पर निकल पड़ा है. हैदराबाद के रहने वाले 64 साल के चल्ला श्रीनिवास शास्त्री आठ हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा करेंगे. उनकी ये यात्रा शुरू हो गई है. 

इस दौरान शास्त्री अपने सिर पर चरण पादुकाएं रखकर यात्रा कर रहे हैं. इन चरण पादुकाओं पर सोने की परत चढ़ी हुई है. इसकी कीमत करीब 64 लाख रुपये है. शास्त्री इससे पहले राम मंदिर के लिए चांदी की पांच ईंटें भी दान कर चुके हैं.

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शास्त्री अयोध्या-रामेश्वरम मार्ग से यात्रा कर रहे हैं. वनवास के दौरान भगवान श्रीराम भी इस मार्ग से गुजरे थे. उन्होंने बताया कि वो श्रीराम की ओर से स्थापित सभी शिवलिंगों के दर्शन भी करेंगे. उन्होंने अपनी यात्रा 20 जुलाई को शुरू की थी. 

अपनी यात्रा के दौरान शास्त्री ओडिशा के पुरी, महाराष्ट्र के त्र्यंबक, गुजरात के द्वारका का दर्शन भी करेंगे. अगले 10 दिन में उनका अयोध्या पहुंचने का लक्ष्य है. शास्त्री अपने सिर पर पंचधातु से बनी सोने की परत चढ़ी चरण पादुकाएं ले जा रहे हैं. इसे वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपेंगे.

उन्होंने कहा कि मेरी पिता ने अयोध्या में कार सेवा की थी. वो भगवान हनुमान के बहुत बड़े भक्त थे. उनकी इच्छा थी कि अयोध्या में राम मंदिर बने. अब वो नहीं रहे. इसलिए मैंने उनकी इच्छा पूरी करने का फैसला लिया है.

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उन्होंने अपनी ये यात्रा 20 जुलाई को शुरू की थी. लेकिन बीच में उन्हें यूके जाना पड़ा. इस वजह से ये यात्रा रुक गई थी. लेकिन उन्होंने लौटते ही फिर यात्रा शुरू कर दी थी. इस समय शास्त्री यूपी से 272 किलोमीटर दूर चित्रकूट में हैं. उनके साथ पांच साथी और हैं. 

शास्त्री अयोध्या भाग्यनगर सीताराम फाउंडेशन के संस्थापक भी हैं. वो अयोध्या में स्थायी रूप से बसने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने अयोध्या में घर बनाने का फैसला लिया है.

22 जनवरी को होनी है रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा

बताते चलें कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान के रूप में शामिल होंगे. ऐसे में केंद्र से लेकर राज्य सरकार के अधिकारी कार्यक्रम की तैयारियों में व्यस्त हैं. अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा से एक हफ्ते पहले धार्मिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे.

प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मेहमानों को न्योते भेजे जा रहे हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों ने बेहद सधे अंदाज में अतिथियों की लिस्ट तैयार की है. मेहमानों की सूची में करीब 150 समुदायों से जुड़े लोगों को शामिल किया गया है. इन सभी के पास अब न्योते मिलने की पुष्टि होने लगी है.

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