
बंगाल की राजनीति में बीजेपी का पाला छोड़ टीएमसी का दामन थामने वाले बाबुल सुप्रियो अब पूरी तरह ममता समर्थक बन चुके हैं. उन्होंने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई मौकों पर सीएम ममता बनर्जी का धन्यवाद किया, अभिषेक की तारीफ की और कई मौकों पर अपने पिछले फैसलों पर सफाई दी.
बाबुल ने साफ कर दिया कि वे अपनी फेसबुक पोस्ट डिलीट नहीं करने वाले हैं. ये वही पोस्ट है जिसके जरिए बाबुल ने राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया था. लेकिन अब बाबुल उसे एक इमोशनल फैसला बता रहे हैं. वे कह रहे हैं कि वे भावुक थे तब. लेकिन अब उन्हें ममता ने बड़ा मौका दिया, ममता ने उन्हें इस बात का एहसास करवा दिया कि उन्हें राजनीति में काफी कुछ करना है.
इमोशनल था, फैसला दिमाग से लिया
सुप्रियो ने बोला कि ये सच है कि मैंने फेसबुक पोस्ट में राजनीति से दूर जाने का मन बना लिया था. लेकिन मैं तब इमोशनल था. लेकिन मेरा फैसला भावनात्मक नहीं था. चाहे संगीत का क्षेत्र हो या फिर राजनीति, इमोशनल होकर कुछ नहीं हो सकता. मेरा फंडा सिंपल है, अगर प्लेइंग 11 में और फिर फर्स्ट क्लास में मौका मिलेगा तो ठीक वरना मैं जूनियर लेवल पर नहीं खेलने वाला. इस समय मैं काफी उत्साहित महसूस कर रहा हूं. मुझे फैसला बदलने के लिए मोटिवेट किया गया है. पिछले चार दिनों में उन्होंने मुझे काफी प्रोत्साहित किया.
टीएमसी नेता के मुताबिक उन्होंने खुद को रिटायर्ड हर्ट मान लिया था, लेकिन ममता ने उन पर भरोसा जताया और उस भरोसे ने ही उनकी राजनीति में वापसी करवा दी. सुप्रियो ने जानकारी दी कि उन्हें टीएमसी में आने का ऑफर डेरेक ओ ब्रायन ने दिया था. उनके उस ऑफर पर ही सुप्रियो ने हामी भर दी थी और खुद को ममता की पार्टी के साथ जोड़ लिया. अब अभी के लिए बाबुल नई जिम्मेदारी के लिए खुद को तैयार बता रहे हैं, वे कह रहे हैं कि फेसबुक पोस्ट डिलीट नहीं करने वाले हैं.
बीजेपी अब मेरी प्रतिद्वंदी
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि अब बीजेपी उनकी प्रतिद्वंदी बन गई है, ऐसे में वे इससे डील करने वाले हैं. उनके मुताबिक, उन्होंने बीजेपी में रहते हुए भी अपना खून-पसीना दिया था. उन्होंने बंगाल में बीजेपी को मजबूत किया था. लेकिन अब वे टीएमसी के लिए काम करने वाले हैं. वे मानते हैं कि राजनीति में आपके प्रतिद्वंदी हो सकते हैं, लेकिन दुश्मन नहीं. कबीर सुमन के तंज पर भी बाबुल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि उनके अपने विचार हो सकते हैं.लेकिन वे सिर्फ सकारात्मक राजनीति करने वाले हैं.
उनके मुताबिक पहली बार उन्हें जरूर सिंगर होने की वजह से वोट मिला था. लेकिन दूसरी बार उनके काम पर मुहर लगाई गई थी. उनकी नजरों में ममता उन्हें जो जिम्मेदारी देंगी, वो उसे निभाएंगे. उन्होंने खुलासा किया कि ममता ने पहले उन्हें झालमुरी ऑफर की थी, अब उन्हें पार्टी में आने का मौका दिया गया, ऐसे में वे मना नहीं कर पाए.