
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए विपक्षी दलों ने एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है. देश में विपक्ष नए सिरे से एकजुट हो रहा है, इसीलिए यूपीए को खत्म कर अपने गठबंधन को नया नाम INDIA (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) दे दिया गया. इसका फैसला मंगलवार को बेंगलुरु में विपक्षी दलों के दूसरे महाजुटान में किया गया.
विपक्षी दलों की बैठक बुलाने और गठबंधन को नया नाम देने में तीन लोगों- कांग्रेस, नीतीश कुमार और ममता बनर्जी की अहम भूमिका रही. बैठक के बाद संयुक्त पीसी में राहुल गांधी बोले कि यह लड़ाई एनडीए और इंडिया के बीच है. यह लड़ाई नरेंद्र मोदी और इंडिया के बीच है. बीजेपी की विचारधारा और इंडिया के बीच की लड़ाई है. यह लड़ाई देश के लिए है, इसलिए हमने इंडिया नाम चुना. वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि क्या एनडीए या बीजेपी इंडिया को चुनौती दे सकती है? इंडिया को बचाना है, देश को बचाना है. भारत जीतेगा, इंडिया जीतेगा, देश जीतेगा, बीजेपी हारेगी.
संदेश दिया गया कि विपक्ष में शामिल 26 दल एक साथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़ेंगे, लेकिन ऐसा लगता है कि यह वादा एक दिन भी नहीं चल पाया.
अब सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने टीएमसी के साथ किसी भी गठबंधन से इनकार करते हुए कहा कि वाम और कांग्रेस समेत बीजेपी और टीएमसी दोनों के खिलाफ लड़ेंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि गठबंधन के सदस्य INDIA के प्रतिभागियों के बीच प्रतिस्पर्धा को कम करने का प्रयास करेंगे.
उन्होंने कहा कि बंगाल में लेफ्ट vs कांग्रेस बनाम टीएमसी बनाम बीजेपी. बंगाल में टीएमसी के साथ कोई गठबंधन नहीं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि फिलहाल INDIA में प्रधानमंत्री पद के लिए कोई चेहरा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि गठबंधन राज्य विशेष के लिए होगा.
हालांकि पिछले हफ्ते बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ऐलान कर दिया था कि बंगाल में आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस और वामदल मिलकर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ लड़ेंगे.
चर्चा है कि गठबंधन दलों में INDIA नाम को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. अलग-अलग दल इस पर क्रेडिट ले रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी ने इस गठबंधन का नाम सुझाया था, जिस पर राहुल गांधी ने अपना समर्थन दिया.
वहीं एक चर्चा यह भी है कि कांग्रेस ने गठबंधन के नए नाम INDIA पर चर्चा करने के बजाए, उसका सीधे प्रस्ताव रख दिया, जिस पर बाकी दलों ने सहमति जताई. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हम इसका कोई श्रेय ले रहे हैं, लेकिन हां, यह विचार राहुल गांधी की ओर से आया था.
नीतीश कुमार ने भले ही विपक्षी दलों का महाजुटान किया हो लेकिन सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार ने बैठक में INDIA नाम पर ऐतराज जताया था. संभवत: उनकी आपत्ति अंग्रेजी में नाम को लेकर थी. इसके अलावा बैठक के समापन के बाद जब प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई तो नीतीश कुमार, लालू यादव और तेजस्वी यादव उसमें शामिल भी नहीं हुए.
एक ओर सीताराम येंचुरी कह रहे हैं कि गठबंधन में किसी पीएम फेस का कोई ऐलान नहीं होगा. वहीं टीएमसी ने इसके लिए ममता बनर्जी के नाम की वकालत शुरू कर दी है.
TMC सांसद शताब्दी राय ने कहा कि अगर कांग्रेस 2024 के चुनाव में पीएम पद की दौड़ में नहीं है तो ममता बनर्जी विपक्ष का प्रधानमंत्री चेहरा होंगी. उन्होंने कहा,'हम चाहते हैं कि हमारी नेता और राज्य की सीएम उस पद (PM) तक पहुंचें, लेकिन इसके लिए हमारा अगला कदम कुछ हटकर हो सकता है. सपने देखने या कोई इच्छा रखने में कोई बुराई नहीं है.
बेंगलुरु में हुई बैठक में आरजेडी चीफ लालू यादव पहुंचे थे. उन्होंने सीएम ममता बनर्जी का समर्थन करते हुए सोनिया और राहुल गांधी के सामने बंगाल कांग्रेस चीफ अधीर रंजन चौधरी को आड़े हांथों लिया था. उन्होंने अधीर रंजन चौधरी का नाम लिए बिना कहा कि ममता के खिलाफ हमले क्यों जारी हैं, जबकि विपक्षी दलों के बीच एकता लाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
वहीं लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और AAP के पंजाब और दिल्ली में आमने-सामने आने की पूरी संभावनाएं हैं. दरअसल दोनों ही दल इन राज्यों में समझौता करने को तैयार नहीं हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा AAP को बीजेपी की बी टीम बता चुके हैं. वह स्पष्ट कर चुके हैं कि कांग्रेस गठबंधन AAP को पंजाब और दिल्ली में शामिल करने के पक्ष में नहीं है.