
बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी की प्रचंड जीत के बाद बागियों के तेवर नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं. पिछली ममता सरकार में मंत्री रहे बीजेपी नेता राजीव बनर्जी के सुर बदल गए हैं. राजीव बनर्जी ने बीजेपी की नीतियों का विरोध किया है. साथ ही वो मंगलवार को बीजेपी की महत्वपूर्ण बैठक में भी शामिल नहीं हुए. ये बैठक बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुलाई थी.
राजीव बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की TMC सरकार के खिलाफ राष्ट्रपति शासन की धमकी को लोग पसंद नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि हमें राजनीति से ऊपर उठना चाहिए और बंगाल के लोगों के साथ खड़ा रहना चाहिए, जो कोविड और यास से तबाह हो गए हैं.
बता दें कि बंगाल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजीव बनर्जी ने चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली जाकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के घर पर बीजेपी का झंडा थामा था और अब वह बीजेपी की नीतियों का विरोध कर रहे हैं.
बीजेपी के 100 से ज्यादा कार्यकर्ता TMC में शामिल
बर्धमान में बीजेपी के 100 से ज्यादा कार्यकर्ता तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. मंगलवार को केतुग्राम में बीजेपी के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं ने टीएमसी का झंडा थाम लिया. टीएमसी में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं का कहना था कि बीजेपी के नेता उनकी तरफ ध्यान नहीं दे रहे.
बर्धमान के केतुग्राम से टीएमसी विधायक शेख शाहनवाज ने शहीद भवन में इन सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं के हाथों में टीएमसी का झंडा पकड़ाया. विधायक का कहना था कि विधानसभा चुनाव में हार के बाद जब बीजेपी कार्यकर्ताओं के ऊपर अत्याचार हो रहा था तो बीजेपी का कोई भी बड़ा नेता बचाने नहीं आया. इसीलिए इन्होंने टीएमसी में शरण ली है.
बीजेपी से टीएमसी जॉइन करने वालों में यहां के बीजेपी युवा मोर्चा मीडिया सेल के प्रमुख वीर प्रधान भी हैं. वीर प्रधान के मुताबिक, जब दिलीप घोष से इन्होंने अपनी समस्या बताई तो उन्होंने कहा कि तुम लोग टीएमसी ज्वाइन कर लो, इसीलिए हमने टीएमसी ज्वाइन कर ली.