
राहुल गांधी के नेतत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का आज समापन हो गया. कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने श्रीनगर में कांग्रेस दफ्तर में तिरंगा फहराया और भारत जोड़ो यात्रा स्मारक का अनावरण किया. इसी के साथ आधिकारिक तौर पर यात्रा का समापन हो गया. इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं.
यात्रा के आखिरी दिन एसके स्टेडियम में कांग्रेस ने विशाल जनसभा बुलाई. इस दौरान भारी बर्फबारी भी हुई. कांग्रेस के इस शक्ति प्रदर्शन में 8-10 दलों के नेता जनसभा में शामिल होने पहुंचे. हालांकि, 21-23 दलों को इसमें शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया था. राजद, जदयू, सपा, टीएमसी समेत तमाम बड़े दलों ने यात्रा से किनारा कर लिया.
कांग्रेस की सभा में ये दल हुए शामिल
कांग्रेस की सभा में डीएमके, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, वीसीके, आईयूएमएल, केरल कांग्रेस, आरएसपी, जेएमएम, सीपीआई के नेता भारत जोड़ो यात्रा के समापन में शामिल हुए. बसपा सांसद श्याम सिंह यादव भी इसमें शामिल होंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि वे निजी तौर पर शामिल हुए.
जनसभा के दौरान किसने क्या कहा?
प्रियंका गांधी ने कहा- इस यात्रा ने हमें रास्ता दिखाया
प्रियंका गांधी ने कहा, सत्य अंहिसा और प्रेम के आधार पर इस देश की नींव डली है. हमें उसे बचाकर रखना है. इस यात्रा ने हमें रास्ता दिखाया है. एक साथ चलने का रास्ता, एकता का रास्ता. आपने देश को रोशनी दिखाई है. ये रोशनी नफरत खत्म करेगी और देश को नया रास्ता दिखाएगी.
प्रियंका गांधी ने कहा कि राहुल गांधी ने कश्मीर पहुंचने से पहले मुझे और मेरी मां को फोन किया. राहुल ने बताया कि उन्हें अजीब सी फीलिंग हो रही है. उन्हें ऐसा लग रहा है कि वे अपने घर जा रहे हैं. इस यात्रा को पूरा देश देख रहा है. पूरे देश ने इसका समर्थन किया. देश में जो राजनीति हो रही है, उससे देश की भलाई नहीं हो सकती. ये राजनीति देश को बांटती है, तोड़ती है. इससे देश का भला नहीं हो सकता. राहुल और बाकी यात्री इतने दिन तक एक कोने से दूसरे कोने तक चले.
महबूबा बोलीं- राहुल में देश को उम्मीद दिख रही
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि राहुल गांधी ने कहा कि आप कश्मीर में अपने घर आएं हैं. ये आपका घर है. मुझे उम्मीद है जो गोडसे की विचारधारा ने कश्मीर से छीना है, वह यह देश वापस दिलाएगा. गांधी जी ने कहा था कि जम्मू कश्मीर से देश उम्मीद की किरण देखता है. आज राहुल गांधी में देश उम्मीद की उस किरण को देख सकता है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने दी बधाई
इन दलों ने बनाई दूरी
जदयू, आरजेडी के नेता यात्रा में शामिल नहीं होंगे. दोनों पार्टियों की ओर से इसके पीछे की वजह नहीं बताई गई है. इसके अलावा सीपीएम, टीएमसी, सपा, एनसीपी ने भी यात्रा से दूरी बना ली है.
इन दलों को भेजा गया था न्योता
राहुल गांधी लगातर कह रहे हैं कि यह यात्रा देश को एकजुट करने के लिए है. ऐसे में कांग्रेस ने यात्रा के आखिरी दिन एकजुट विपक्ष की तस्वीर दिखाने की कोशिश की. इसलिए कांग्रेस की ओर से नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारूक और उमर अब्दुल्ला, RJD से तेजस्वी और लालू यादव को न्योता दिया गया. कांग्रेस ने TMC, JDU, शिवसेना, TDP, नेशनल कॉन्फ्रेंस को आमंत्रित किया था. साथ ही कांग्रेस ने सपा, बसपा, DMK, भाकपा, CPM, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा, पीडीपी, राकांपा, एमडीएमके, विदुथलाई चिरुथिगाल काची पार्टी (vCK), IUML, KSM, RSP को न्योता भेजा गया था.
यात्रा के दौरान भी इन पार्टियों ने बनाई थी दूरी
राहुल गांधी की यात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरी है. कुछ पार्टियों को छोड़ दें, तो अभी तक ज्यादातर पार्टियां दूर ही रही हैं. तमिलनाडु में राहुल गांधी की यात्रा को सहयोगी डीएमके के नेता स्टालिन का समर्थन मिला था. वे यात्रा में शामिल हुए थे. इसके अलावा महाराष्ट्र की शिवसेना और एनसीपी भी राहुल गांधी की यात्रा में शामिल हुई थी. हालांकि, राहुल गांधी को उत्तर प्रदेश और बिहार में विपक्षी पार्टियों के नेताओं का साथ नहीं मिला. हालांकि, कुछ विपक्षी नेताओं ने भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन किया, लेकिन वे सीधे तौर पर शामिल नहीं हुए. जम्मू कश्मीर में पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फेंस के नेता फारूक और उमर अब्दुल्ला शामिल हुए थे.
राहुल ने लाल चौक पर फहराया तिरंगा
राहुल गांधी के नेतत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का आज 30 जनवरी सोमवार को समापन है. तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई ये यात्रा 145 दिनों में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरते हुए करीब 4080 किलोमीटर की दूरी तय कर जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर पहुंची. जहां राहुल गांधी ने रविवार को ऐतिहासिक लाल चौक जाकर तिरंगा फहराया और कहा कि भारत से किया गया वादा पूरा हो गया है. उन्होंने यात्रा को अपने जीवन का सबसे गहरा और सुंदर अनुभव बताया.
राहुल गांधी ने यात्रा को लेकर कहा कि मैं लाखों लोगों से मिला, उनसे बात की. मेरे पास शब्द नहीं है कि मैं इसका अनुभव आपको बता सकूं. इस यात्रा का उद्देश्य देश को एक करना था. यह यात्रा देशभर में फैली हिंसा और नफरत के खिलाफ थी. हमें इसके प्रति लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिली. हमें भारत के लोगों का लचीलापन, उनकी ताकत, प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिली.
145 दिन की यात्रा में 12 जनसभाएं
राहुल गांधी ने 12 जनसभाओं, 100 से अधिक बैठकों, 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. यात्रा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से होकर गुजरी है. अब सोमवार को श्रीनगर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और भारत जोड़ो यात्रा स्मारक का अनावरण करेंगे. इसी के साथ यात्रा खत्म हो जाएगी.