
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक पहुंच चुकी है. वहीं बीजेपी के नेताओं ने बांदीपुर फॉरेस्ट एंड टाइगर जोन से काफिला निकालने के आरोप में राहुल गांधी, सिद्धारमैया, केके जॉर्ज, एमबी पाटिल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
वन अधिकारियों से शिकायत में गुंडलुपेट के बीजेपी नेताओं ने कहा कि वन क्षेत्र में किसी के भी कार से उतरना कानून के खिलाफ है, फिर भी राहुल गांधी बांदीपुर जंगल के इलाके में प्रवेश कर गए. कांग्रेस के नेताओं ने वहां उनका स्वागत किया और वे सभी कार से बाहर भी आए. ऐसा करना वन अधिनियम का उल्लंघन है.
कोरोना पीड़ित परिवारों से मिले राहुल
कर्नाटक में शनिवार को बारिश के कारण भारत जोड़ो यात्रा कुछ देर के लिए रोक दी गई थी. बारिश थमने पर चामराजनगर के टोंडवाडी गेट से यात्रा फिर से शुरू की गई. अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कोरोना से जान गंवाने वाले परिवार से भी मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने ऐसे परिवारों को उचित मुआवजे देने की मांग की.
राहुल गांधी ने परिवारों से बातचीत का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया,'प्रधानमंत्री, प्रतीक्षा को सुनें, जिसने भाजपा सरकार के COVID कुप्रबंधन के कारण अपने पिता को खो दिया.'
वहीं कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा कि भारत जोड़ो यात्रा का 24वां दिन जो बेगुर से सुबह 6:30 बजे शुरू होना था, बारिश के कारण देरी हो गई है. 15 दिन के बाद बारिश हुई और इससे किसानों को फायदा होगा.
चुनी हुई सरकार पर राज्यपाल का हस्तक्षेप क्यों?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी तमिलनाडु में गुरुवार को विपक्ष शासित राज्यों में राज्यपालों के हस्तक्षेप को लेकर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि विपक्ष शासित राज्यों में राज्यपालों को हस्तक्षेप करने का अधिकार क्यों होना चाहिए? क्या उन्हें राज्य के लोगों ने चुना है? ऐसा नहीं है. राहुल ने ये भी पूछा कि क्या बीजेपी और आरएसएस, चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए हैं?
राहुल गांधी ने जीएसटी, बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमला बोला था. उन्होंने कहा कि आज जब हम भीड़ में चल रहे थे तो ऐसा लगा जैसे कोई बड़ी नदी बह रही हो. ये नदी पहाड़ियों से नीचे बह रही हो और मैं मानवता की इस नदी को ध्यान से देख रहा था. इस नदी में ना द्वेष है, ना क्रोध है. ये नदी विनम्र है और इसमें सभी का सम्मान शामिल है. इस नदी में वही भारत है, जो बह रहा है.