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किसान आंदोलन की आड़ में 'गुमराह गैंग' द्वारा रची जा रही साजिश- मुख्तार अब्बास नकवी

मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि 'गुमराह गैंग किसानों के कंधे पर अपराधिक षड्यंत्र और फायरिंग का डिब्बा लेकर घूम रही है. ये गैंग किसानों के हितों को हाईजैक करने के षड्यंत्र में लगी हुई है.'

मुख्तार अब्बास नकवी ने किसान आंदोलन पर बड़ा आरोप लगाया है (फाइल फोटो) मुख्तार अब्बास नकवी ने किसान आंदोलन पर बड़ा आरोप लगाया है (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 06 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 5:23 PM IST
  • मुख्तार अब्बास नकवी केन्द्रीय अल्संख्यक मंत्री हैं
  • किसान आंदोलन को हाइजैक करने का लगाया आरोप
  • किसान अपनी पुरानी मांगों से पीछे नहीं हट रहे

केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने किसानों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कुछ लोग किसानों के नाम पर अपना हित साध रहे हैं, उन्होंने किसान आंदोलन को हाइजैक कर लिया है.

ट्विटर पर किसान आंदोलन के बारे में लिखते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने लिखा है कि 'गुमराह गैंग किसानों के कंधे पर अपराधिक षड्यंत्र और फायरिंग का डिब्बा लेकर घूम रही है'. ये गैंग किसानों के हितों को हाईजैक करने के षड्यंत्र में लगी हुई है. आप इस ट्वीट को यहां भी देख सकते हैं.

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आपको बता दें कि 26 जनवरी की घटना के बाद एकबारगी लग रहा था कि किसान आंदोलन अब खत्म हो जाएगा. सरकार ने भी किसान आंदोलन के तंबुओं को उखाड़ने की पूरी प्लानिंग कर ली थी लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत के आसुओं ने पूरा नजारा ही बदल दिया और रातों-रात हजारों किसान ट्रैक्टरों पर लदकर दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पहुँचने लगे. 

किसान आंदोलन को न केवल देश में समर्थन मिला बल्कि विदेशी सेलेब्रिटीज ने भी अपना समर्थन जताया. जिस पर आपत्ति जताते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने बाकायदा एक पत्र भी निकाला और इसे एक बाहरी एजेंडा करार दिया. इसके बाद कई भारतीय सेलेब्रिटीज ने भी इस 'प्रोपेगेंडा' के खिलाफ होने की बात ट्विटर पर कही.

सचिन तेंदुलकर, अक्षय कुमार, अजय देवगन, कंगना रनौत, सुनील शेट्टी, अनिल कुंबले, विराट कोहली जैसे बड़े सेलेब्रिटीज ने विदेशी सेलेब्रिटीज के समर्थन को एक प्रोपेगेंडा और आधा सच कहकर विरोध किया. लेकिन इसके बावजूद जमीनी स्तर पर किसानों के समर्थन में बहुत अंतर नहीं आया. अभी भी किसान तीनों कानूनों को वापस लेने और एमएसपी के लिए एक विशेष कानून बनाने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं.

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