
बुधवार का दिन राष्ट्रीय राजनीति के लिहाज से बेहद खास होने जा रहा है, क्योंकि इस दिन दिल्ली से लेकर कोलकाता तक तृणमूल कांग्रेस (TMC) और बीजेपी (BJP) के बीच घमासान होने जा रहा है. 21 जुलाई का दिन ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) शहीद दिवस के तौर पर मनाती हैं. हर साल इस दिन कार्यक्रम कोलकाता तक सिमट कर रह जाता था, लेकिन इस बार देशभर में बड़े पैमाने पर आयोजन हो जा रहा है. वहीं, चुनाव बाद भड़की हिंसा के विरोध में बीजेपी ममता सरकार के खिलाफ दिल्ली और कोलकाता में प्रदर्शन करने जा रही है.
21 जुलाई के दिन ममता शहीद दिवस (Shahid Divas) के तौर पर इसलिए मनाती हैं, क्योंकि इस दिन 1993 में जब ममता यूथ कांग्रेस की अध्यक्ष थीं तब प्रदर्शन कर रहे 13 कार्यकर्ताओं की मौत पुलिस की गोली से हो गई थी. तभी से उनकी याद में ममता हर साल शहीद दिवस मनाती हैं.
पहली बार हिंदी-अंग्रेजी में देंगी भाषण
पहली बार शहीद दिवस को राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है. इसकी तैयारी भी पूरी हो चुकी है. टीएमसी की ओर से इस बार कोलकाता ही नहीं, बल्कि दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा और केरल में भी शहीद दिवस मनाया जाएगा. जगह-जगह LCD स्क्रीन्स लगाई जाएंगी, जिनपर ममता का भाषण दिखाया जाएगा. ये पहली बार होगा जब ममता बनर्जी बंगला के साथ-साथ हिंदी और अंग्रेजी में भी भाषण देंगी. कोलकाता में ट्रामकार में भी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. इस ट्राम को पूरे कोलकाता में घुमाया जाएगा.
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दिल्ली और कोलकाता में BJP का प्रदर्शन
वहीं, 21 जुलाई को ही बीजेपी भी ममता सरकार के खिलाफ दिल्ली और कोलकाता में विरोध प्रदर्शन करेगी. बीजेपी का ये प्रदर्शन चुनाव बाद भड़की हिंसा के विरोध में होगा. बीजेपी बंगाल के अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) के नेतृत्व में दिल्ली में प्रदर्शन होगा. बुधवार को राजघाट में बीजेपी विधायक और सांसद धरने पर बैठेंगे.
वहीं, कोलकाता समेत पूरे बंगाल में शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) के नेतृत्व में प्रदर्शन होगा. चुनाव बाद भड़की हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के पोस्टर और कटआउट लगाए जाएंगे.
बीजेपी ने भी चुनाव बाद हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं की याद में विरोध प्रदर्शन के लिए इसी दिन को चुना है. ऐसे में दोनों ही पार्टियों के लिए 21 जुलाई बेहद खास दिन है.