
शिवसेना का जब गठन हुआ तो लोगों का मानना था कि यह पार्टी मुंबई के ठाणे जिले से भी बाहर नहीं निकल पाएगी. लेकिन यह पार्टी ना केवल महाराष्ट्र, बल्कि इससे बाहर निकलकर दिल्ली तक पहुंच गई है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने पार्टी की 55वीं सालगिरह पर ये बात कही है. उन्होंने कहा कि शिवसेना से पहले और बाद में कई पार्टियां आई और काल के गाल में समा गईं. लेकिन शिवसेना आज भी बाला साहेब ठाकरे के विचार और आदर्शों पर लगातार आगे बढ़ रही है.
उन्होंने आगे कहा कि इतने सालों बाद भी शिवसेना ने 'मराठी मानुष' का मुद्दा नहीं छोड़ा. यही वजह है कि सभी मराठी लोग शिवसेना को अपनी पार्टी समझते हैं. शिवसेना के लिए 'मराठी मानुष' और 'हिंदुत्व' दोनों महत्वपूर्ण मुद्दा है.
वहीं किसान आंदोलन को लेकर शिवसेना सांसद ने कहा कि दिल्ली में किसान अपनी मांगों को लेकर लगभग एक साल से प्रदर्शन कर रहे हैं. अब यह केंद्र सरकार का दायित्व है कि वह एक कदम आगे बढ़ाए और किसानों के साथ न्याय करे.
55 वीं सालगिरह को लेकर संजय राउत ने कहा कि इस बार साधारण तरीके से इसको सेलिब्रेट किया जाएगा. शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शनिवार शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिवसैनिकों को संबोधित करेंगे.
जानकारी मिली है कि ठाकरे शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रम के दौरान अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर, आगामी बीएमसी चुनाव और हाल में बीजेपी-शिवसेना कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प को लेकर बात करेंगे.
पिछले सप्ताह बीजेपी पर किया था हमला
शिवसेना सांसद ने एक सप्ताह पहले ही बीजेपी पर हमला करते हुए उसे तानाशाह बताया था. उन्होंने जलगांव में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि महाराष्ट्र में जब बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन वाली सरकार थी तब बीजेपी ने शिवसेना से गुलामों की तरह बर्ताव किया था. उन्होंने कहा कि सरकार में शिवसेना को तरजीह ना देकर बीजेपी शिवसेना को खत्म करना चाहती थी.
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में शिवसेना को तवज्जो नहीं दी जाती थी और गुलामों की तरह बर्ताव किया जाता था. शिवसेना को खत्म करने की कोशिश भी की गई. हमारे समर्थन से मिली ताकत का इस्तेमाल हमें ही खत्म करने के लिए किया गया. अगर शिवसैनिकों को कुछ हासिल भी नहीं होता है फिर भी अब हम गर्व से कह सकते हैं कि राज्य का नेतृत्व शिवसेना के हाथों में है.
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राउत ने कहा कि शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे पूरे पांच साल के लिए मुख्यमंत्री बने रहेंगे. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नान पटोले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने की मंशा जाहिर कर चुके हैं. राउत ने कहा कि सीएम की पद की चाह गलत नहीं है लेकिन शिवसेना का ही मुख्यमंत्री पांच साल रहने वाला है.