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Gujarat Election 2022: 'पुल नहीं, तो वोट नहीं' नवसारी जिले के गांवों में उठी आवाज, गुजरात विधानसभा चुनाव का बहिष्कार

'पुल नहीं, तो वोट नहीं' की मांग के साथ वाटी गांव के लोग चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं. गांव के मुखिया ने कहा कि हमें 15 गांव के लोगों का साथ मिल रहा है. हमारी मांग नहीं मानी गई, तो वसंदा और डांग विधानसभा सीटें प्रभावित होंगी. हमारी पुल बनाने की मांग पूरी की जाए.

पुल की मांग को लेकर गुजरात विधानसभा चुनाव का बहिष्कार. पुल की मांग को लेकर गुजरात विधानसभा चुनाव का बहिष्कार.
aajtak.in
  • नवसारी,
  • 09 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:23 PM IST

Gujarat Election 2022: गुजरात में दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. एक और पांच दिसंबर को वोटिंग होगी और आठ दिसंबर को चुनाव का रिजल्ट घोषित किया जाएगा. मगर, नवसारी जिले में आने वाले गांव के  लोग चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं. नवसारी में बहने वाली अंबिका नदी कई गांवों से होकर निकलती है. इनमें वाटी गांव भी शामिल है.

यहां के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया है. ग्रामीणों की मांग है कि नदी पार करने के लिए पुल बनाया जाए. उनका कहना है कि आजादी के 75 साल होने बावजूद आज भी हमें पानी में उतरकर नदी पार करनी पड़ती है. सालों से यहां कोई पुल या फिर कॉजवे नहीं बनाया गया है.

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वाटी गांव से बहने वाली अंबिका नदी को ऐसे करना पड़ता है पार.

मानसून में होती है बहुत ज्यादा परेशानी

वाटी गांव के पूर्व सरपंच बालभाई पाडवी कहते हैं कि सालभर हम लोगों को नदी पार करके ही दूसरे गांव जाना पड़ता है. नहीं तो 25 किमी का चक्कर लगाने के बाद जाना पड़ता है. जब मानसून आता है उस दौरान परेशानी बहुत ही ज्यादा बढ़ जाती है. नदी का स्तर बढ़ने के कारण हम लोग गांव में ही फंसे रह जाते हैं. 

साथ ही उन्होंने कहा कि यह समस्या केवल वाटी गांव के लोगों की नहीं है. डांग और तापी जिले में आने वाले गांवों के लोग भी ऐसी ही परेशानी का सामना करते हैं. उन्होंने बताया, ''वाटी के अलावा खरजई, कालाआंबा, सादरदेवी, सरा और केवडी, डूंगरडा, बोरिगांवठा, चिकार, जावड़ा, रायगढ़, आमोनिया और अलमोड़ी समेत करीब 15 गांव के लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है.''

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पुल नहीं, तो मत नहीं के बैनर गांव में लगा दिए गए हैं.

वंसदा और डांग विधानसभा सीटें हो सकती हैं प्रभावित

नवसारी के वांसदा विधानसभा क्षेत्र के वाटी गांव के लोगों ने बताया कि कई सालों से चुनाव के दौरान पुल बनाने का वादा राजनीतिक पार्टियां करती हैं. मगर, चुनाव जीत लेने के बाद कोई सुध तक नहीं लेता.

लोगों ने बताया कि इस बार हमने चुनाव बहिष्कार का फैसला किया है. हमारे साथ डांग और तापी के 15 गांव भी चुनाव का बहिष्कार करते हैं, तो वांसदा के साथ डांग विधानसभा सीटों बहिष्कार का सीधा असर पड़ेगा. हमारा साफ कहना ''पुल नहीं, तो वोट नहीं''.

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