
उत्तर प्रदेश MLC चुनाव के नतीजे आ गए हैं. सबसे ज्यादा चर्चा इस समय वाराणसी-चंदौली-भदोही सीट की है. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ में निर्दलीय प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह ने भाजपा प्रत्याशी डॉ. सुदामा पटेल को करारी शिकस्त दी है. अन्नपूर्णा माफिया बृजेश सिंह की पत्नी हैं. आइए जानते हैं कि आखिर पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी को पटखनी देने वालीं अन्नपूर्णा सिंह कौन हैं?
अन्नपूर्णा सिंह का जन्म गाजीपुर के जमानिया कोतवाली क्षेत्र के बरूईन गांव में हुआ था. इनकी शिक्षा-दीक्षा जमानिया के हिंदू इंटर कॉलेज से हुई. दो भाई और तीन बहनों में अन्नपूर्णा सिंह सबसे छोटी हैं. इनकी शादी 90 के दशक में बृजेश सिंह से हुई थी.
अन्नपूर्णा सिंह ने 2010 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट से एमएलसी का चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. इसके बाद 2016 में इनके पति बृजेश सिंह ने चुनाव लड़ा था और उन्होंने भी इस सीट पर जीत हासिल की.
वाराणसी-भदोही-चंदौली सीट से बृजेश सिंह के बड़े भाई उदय नाथ सिंह भी एमएलसी रह चुके हैं. वर्तमान में अन्नपूर्णा सिंह के भतीजे सुशील सिंह चंदौली की सैयदराजा विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक हैं. सुशील सिंह की पहचान भाजपा के एक कद्दावर नेता के रूप में होती है.
शायद यही वजह है कि वाराणसी-चंदौली-भदोही सीट से भाजपा के प्रत्याशी सुदामा पटेल लगातार इस बात का आरोप लगा रहे थे कि भाजपा के ही कुछ लोग उनका सपोर्ट नहीं कर रहे हैं.
पति माफिया, सीट पर परिवार का दबदबा
अन्नपूर्णा सिंह जेल में बंद माफिया डॉन बृजेश सिंह की पत्नी हैं. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में वाराणसी-भदोही-चंदौली सीट पर एमएलसी का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इस सीट पर उनके परिवार का दबदबा माना जाता है.
इस सीट पर कुल 4949 वोट थे. जिसमें 4876 वोट डाले गए. अन्नपूर्णा सिंह को 4234 वोट मिले. जबकि समाजवादी पार्टी के उमेश यादव को 345 मत मिले. वहीं, भारतीय जनता पार्टी यहां तीसरे स्थान पर रही. पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर सुदामा पटेल को महज 170 वोट मिले.