
सत्ता और सियासत के लिए शनिवार का दिन बेहद अहम है. जहां एक तरफ कर्नाटक उपचुनाव के परिणाम आ रहे हैं तो वहीं उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव का भी रिजल्ट आएगा. इसके साथ ही शनिवार का दिन कुछ राज्यों में विधानसभा लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के भी परिणाम सामने लेकर आने वाला है. बता दें कि पंजाब की जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे. वहीं, यूपी की स्वार टांडा विधानसभा, छानबे विधानसभा सीट, ओडिशा में झारसुगुड़ा और मेघालय की सोहियोंग विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हुए थे, जिनके चुनावी ऊंट किस करवट बैठेंगे, इसका भी जवाब शनिवार का दिन लेकर आएगा.
10 मई को हुई थी वोटिंग
इन सभी सीटों पर बीती 10 मई को वोटिंग हुई थी. कर्नाटक विधानसभा चुनावों के साथ ही इन सीटों पर किसका सिक्का जमेगा, इसका भी इंतजार है. जहां तक यूपी की स्वार टांडा विधानसभा और छानबे विधानसभा सीट की बात है तो स्वार टांडा विधानसभा सीट पर उपचुनाव सपा नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम की सदस्यता रद्द होने की वजह से हुआ. जबकि, छानबे विधानसभा सीट अपना दल (एस) के विधायक राहुल कोल के निधन की वजह से खाली हुई थी.
यूपी की सीटों पर क्या होगी स्थिति?
स्वार टांडा सीट पर छह प्रत्याशियों के बीच मुकाबला हुआ. इसमें अपना दल (एस) से शफीक अहमद अंसारी, समाजवादी पार्टी से अनुराधा चौहान, पीस पार्टी से डॉ. नाजिया सिद्दीकी और तीन निर्दलीय भी चुनाव मैदान में रहे. इसी तरह छानबे विधानसभा सीट पर अपना दल (एस) ने दिवंगत विधायक की पत्नी रिंकी कोल को उम्मीदवार बनाया गया. उनके सामने सपा ने पिंकी कोल मैदान में थीं. यूपी में भविष्य का सियासी रुख और समीकरण तय करने में उपचुनावों के नतीजे अहम भूमिका निभाते हैं. स्वार और छानबे का उपचुनाव इसी कसौटी पर कसा जाएगा. ऐसे में दोनों ही दलों की साख दांव पर लगी है.इन दोनों ही सीटों पर 50 प्रतिशत से कम मतदान दर्ज किया गया.
ओडिशा की झारसुगुड़ा विधानसभा सीट
ओडिशा की झारसुगुड़ा विधानसभा सीट पर 68.12 प्रतिशत मतदान हुआ था. यहां बीजेडी से दीपाली दास, बीजेपी के तन्खाधर त्रिपाठी और कांग्रेस के तरुण पांडेय के बीच मुकाबला था. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री नबा किशोर दास की हत्या के बाद रिक्त हुई इस सीट पर उपचुनाव हुआ था. इसके चलते बीजेडी ने दिवंगत मंत्री की बेटी दीपाली दास को मैदान में उतारकर उनके निधन से उपजी सहानुभूति का फायदा उठाने की कोशिश की है.
मेघालय की सोहियोंग विधानसभा सीट
मेघालय की सोहियोंग विधानसभा सीट पर उपचुनाव का कारण रहा, एच. डोनकुपर रॉय लिंगदोह का निधन. इस सीट पर छह प्रत्याशी मैदान में ताल ठोक रहे थे. मेघालय की सोहियोंग विधानसभा सीट पर 91.87 प्रतिशत मतदान हुआ. यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी)से सिंशार लिंगदोह मैदान में हैं. सियासी दलों ने पूरी दमखम के साथ इस सीट पर कब्जा करने के लिए ताकत झोंक रखी है. ऐसे में देखना है कि इस सीट पर चुनावी बाजी कौन मारेगा.
जालंधर में 54 प्रतिशत हुआ था मतिदान
कांग्रेस के संतोख सिंह चौधरी के निधन के बाद जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था. यहां लगभग 54 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. कांग्रेस की ओर से संतोख चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर चुनावी मैदान में उतरी हैं. बीजेपी से इंदर इकबाल सिंह अटवाल, आम आदमी पार्टी से पूर्व विधायक सुशील कुमार रिंकू और शिरोमणि अकाली दल से मौजूदा विधायक डॉ सुखविंदर सिंह सुक्खी की किस्मत बैलेट बॉक्स में बंद हैं. अब इंतजार शनिवार को आने वाले परिणाम का है.