
कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक आशीष देशमुख ने महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (MPCC) के अध्यक्ष नाना पटोले को पद से हटाने की मांग की है. इसके साथ ही उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर महाराष्ट्र में पार्टी की स्थिति को खतरनाक बताया है.
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के संसदीय बोर्ड के सदस्य आशीष देशमुख ने पार्टी के युवा नेता सत्यजीत तांबे के विद्रोह के लिए पटोले को जिम्मेदार ठहराया है, जिन्होंने 30 जनवरी को होने वाले द्विवार्षिक विधान परिषद चुनाव के लिए नासिक डिवीजन स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है.
खड़गे को लिखे पत्र में पूर्व विधायक आशीष देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस की स्थिति 'चिंताजनक' है और राज्य इकाई के अध्यक्ष को बदलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आपके (खड़गे) नेतृत्व में प्रगति की उम्मीद कर रही है. एक समय में कांग्रेस देश की एक प्रमुख पार्टी थी. दरअसल, कांग्रेस सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी नहीं है बल्कि एक विचार, एक आंदोलन है.
पूर्व विधायक ने आशीष देखमुख ने कहा कि देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी अब अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है कि यह प्रमुख राजनीतिक दल आज अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है. अन्य राज्यों की तरह ही हमारी कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र में भी पिछड़ गई है. इसकी वजह ये है कि हमारी पार्टी महाराष्ट्र में सकारात्मक रूप से काम नहीं कर रही है.
देशमुख ने कहा कि पटोले के नेतृत्व में राज्य में पार्टी की स्थिति वास्तव में कमजोर हुई है. विदर्भ को कांग्रेस के गढ़ के रूप में जाना जाता था, लेकिन पटोले की खराब कार्यशैली के कारण पूर्वी महाराष्ट्र में इस क्षेत्र पर पार्टी की पकड़ अब कमजोर हो गई है. मौजूदा विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पटोले विदर्भ से आते हैं.
पत्र में देशमुख ने ताम्बे के विद्रोह का उल्लेख किया और कहा कि इससे कांग्रेस का अपमान हुआ है जिसके लिए पटोले जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि पटोले के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से महाराष्ट्र में कांग्रेस का पतन हो रहा है.
इसके साथ ही देशमुख ने कई अन्य बातों का भी पत्र में हवाला दिया और कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस की स्थिति में सुधार के लिए एमपीसीसी अध्यक्ष को बदलने की तत्काल आवश्यकता है.
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