
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को सूरत डायमंड एक्सचेंज के उद्घाटन के बाद कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा अगर महाराष्ट्र हीरा उद्योग को गुजरात के हाथों खो देता है. दरअसल, पीएम मोदी ने भारत डायमंड बोर्स की तर्ज पर बनाए गए सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन किया. यह सूरत में बढ़ते डायमंड के कारोबार को दर्शाता है. इसको लेकर कांग्रेस नेता का बयान आया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें वह समय याद है जब उनके पिता और कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे स्वर्गीय मुरली देवड़ा ने 2010 में मुंबई के भारत डायमंड बोर्स का उद्घाटन किया था.
उन्होंने आगे कहा कि मुंबई का जेम्स और ज्वेलरी उद्योग शहर के प्रमुख नियोक्ताओं और टैक्स रेवन्यू जनरेटर्स में से एक था. यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा यदि महाराष्ट्र इस उद्योग को भी गुजरात जाने देगा.
सबसे बड़ा हीरा व्यापार केंद्र था भारत डायमंड बोर्स
दरअसल, भारत डायमंड बोर्स, जिसे उस समय दुनिया का सबसे बड़ा हीरा व्यापार केंद्र कहा जाता था 17 अक्टूबर 2010 को मुंबई में खोला गया था. देवड़ा का यह बयान तब आया है जब प्रमुख व्यापारी सूरत डायमंड एक्सचेंज के मद्देनजर अपना आधार गुजरात के सूरत में शिफ्ट करने पर विचार कर रहे हैं.
सूरत में शिफ्ट हो रहा डायमंड व्यापार
अरबपति हीरा व्यापारी और किरण जेम्स के निदेशक वल्लभभाई लखानी ने अपने 17,000 करोड़ रुपये के कारोबार को सूरत में शिफ्ट करके और अपने कर्मचारियों के लिए एक मिनी-टाउनशिप विकसित करके शुरुआत की है. सूरत डायमंड बोर्स समिति के एक सदस्य के मुताबिक, हीरा कंपनियों के लगभग 1,000 कार्यालयों के मुंबई में परिचालन बंद करने और शिफ्ट होने की संभावना है, जिसके परिणामस्वरूप महाराष्ट्र के टैक्स रेवन्यू पर बड़ा असर पड़ेगा.