
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में प्रत्याशियों की तस्वीर साफ होने के बाद सियासी हलचल बढ़ गई है. राज्यों का दौरा कर मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर दोनों ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं से समर्थन मांग रहे हैं. खासकर थरूर ने खड़गे के खिलाफ अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है. कांग्रेस को फिर से जीवित करने और 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के मुकाबले पार्टी को खड़ा करने के लिए शशि थरूर ने अपना एजेंडा साफ कर दिया है.
शशि थरूर ने गुरुवार को चेन्नई में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना चुनावी घोषणापत्र जारी किया, जिसमें उन्होंने युवाओं, महिलाओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाने की बात की. थरूर कांग्रेस को दोबारा खड़ा करने के लिए पार्टी में कई बड़े सियासी बदलाव करना चाहते हैं. प्रदेश, जिला और ब्लॉक संगठन के फैसले दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व के बजाय स्थानीय स्तर पर करने का फॉर्मूला रख रहे हैं.
थरूर ने कहा कि हमें अपनी पार्टी के काम करने के तरीके में सुधार करने की जरूरत है. हमें युवाओं को पार्टी में लाने और उन्हें वास्तविक अधिकार देने की जरूरत है. साथ ही मेहनती कार्यकर्ताओं को अधिक सम्मान देना चाहिए. कांग्रेस में 50 से कम उम्र के लोगों को संगठन में अहम पद, चुनाव में टिकट देने और एक ही सीट पर दो चुनाव हारने के बाद उम्मीदवार को दोबारा टिकट न देने का वादा किया है. इस तरह शशि थरूर ने घोषणापत्र में सात बिंदुओं का जिक्र किया है, जिसके जरिए कांग्रेस को नई संजीवनी देना चाहते हैं.
कांग्रेस संगठन का विकेंद्रीकरण
शशि थरूर ने घोषणापत्र में कांग्रेस के अंदर हर स्तर पर नेतृत्व की आवश्यकताओं पर जोर दिया. साथ ही बताया कि कांग्रेस को सत्ता का विकेंद्रीकरण करते हुए पार्टी के जमीनी पदाधिकारियों को सही मायने में सशक्त बनाकर राज्यों में पार्टी को मजबूत बनाने पर काम करना चाहिए. कांग्रेस को पहले की तरह मजबूत करने के लिए राज्य, जिला और ब्लॉक नेताओं को शक्तियां सौंपनी होंगी.
उन्होंने राज्य इकाई के फैसले दिल्ली के बजाए राज्य स्तर पर किए जाने का जोर दिया. उनका मानना है कि इससे न केवल नेता को दायित्वों के बोझ से छुटकारा मिलेगा, बल्कि राज्य को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी. शशि थरूर चाहते हैं कि कांग्रेस में प्रदेश, जिला और ब्लॉक स्तर के निर्णय और पदाधिकारियों की नियुक्तियां शीर्ष नेतृत्व के बजाय स्थानीय स्तर पर होनी चाहिए.
कांग्रेस का कायाकल्प करने का वादा
थरूर ने कांग्रेस को फिर से खड़ा करने के लिए गांव, ब्लॉक, जिला के साथ साथ राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं को आगे लाने की बात कही है. युवाओं की आकांक्षाओं को समझने और उसके बाद पार्टी संगठन और सरकार में उनको बढ़ावा देने की बात कही. घोषणापत्र में उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रयासों और उनके बलिदान का सम्मान कर उनको पुरस्कृत करन पर जोर देना होगा, ताकि पार्टी में ऊर्जा के साथ कार्यकर्ता काम कर सकें.
अध्यक्ष का कार्यकर्ताओं से कनेक्शन
शशि थरूर ने कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में कार्यकर्ताओं से सीधे रिश्ते बनाए रखने पर जोर दिया है. उनका कहना है कि कांग्रेस के पास पूर्णकालिक अध्यक्ष होना चाहिए, जो अपने कार्यकर्ताओं से हफ्ते में दो बार बातचीत करे. एक ऐसा अध्यक्ष जो नियमित रूप से बैठकर पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को सुने और बिना किसी भय और संकोच के पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता अपनी बात अध्यक्ष के समक्ष रख सके. पार्टी महासचिवों के साथ अन्य पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाए. इसी तरह से राज्य स्तर भी काम किया जाना चाहिए.
युवाओं-महिलाओं पर फोकस
कांग्रेस को दोबारा खड़ा करने के लिए युवाओं और महिलाओं को शशि थरूर खास तवज्जो पार्टी में देना चाहते हैं. उन्होंने कांग्रेस में युवाओं को अहम पद देने से लेकर चुनावी मैदान में उन्हें उतारने का फॉर्मूला बनाया है. इसके तहत बेरोजगार युवाओं, खासकर आईटी और मार्केटिंग में कार्यरत युवा, साथ ही प्रवासी युवाओं के मुद्दों को जोर-शोर से उठाया जाएगा. कांग्रेस को जॉब फेयर, स्किलिंग के साथ नए उद्योग में सहयोग को लेकर भी बड़ी भूमिका निभानी होगी. वह युवाओं के जरिए कांग्रेस में नई जान फूंकना चाहते हैं.
महिलाओं की भूमिका बढ़ाने पर जोर
शशि थरूर कांग्रेस के अंदर महिलाओं की भूमिका बढ़ाना चाहते हैं. उन्होंने घोषणापत्र में कहा है कि कांग्रेस महिलाओं के नेतृत्व का समर्थन करेगी. साथ ही महिलाओं को उन मुद्दों को उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जो वास्तव में हमारे समाज में महिलाओं के लिए मायने रखते हैं. चुनाव में महिलाओं के लिए पद और सीट आरक्षित किए जाएंगे. इसके लिए कांग्रेस महिला आरक्षण विधेयक को पारित करने के लिए काम करेगी.
चुनावी प्रबंधन पर फोकस
थरूर कांग्रेस के उम्मीदवार के चयन के लिए पेशेवर तकनीक का इस्तेमाल करना चाहते हैं. उम्मीदवारों को एक ही सीट पर दो चुनाव हारने के बाद तीसरी बार टिकट नहीं दिया जाने का फॉर्मूला रख रहे हैं. इसके अलावा, कांग्रेस में चुनाव लड़ने के लिए 50 साल के कम उम्र के लोगों टिकट देने और उन्हें पार्टी में अहम पद दिए जाने पर उन्होंने जोर दिया. चुनाव प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए डेटा तकनीक का उपयोग किया जाएगा.
कांग्रेस में व्यापक भागीदारी
शशि थरूर कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी संविधान से लेकर धर्म, भाषा और लिंग के साथ न्याय के वादे पर खरी उतरती है. हम समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं का सम्मान करते हुए धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों और भारत की विविधता और बहुलतावाद के सम्मान की पुष्टि करेंगे. इस तरह कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर सभी धर्मों के लोगों लेकर साथ चलने और उनके साथ मजबूती से खड़े रहने का वादा किया. वह कांग्रेस के अंदर व्यापक भागीदारी बढ़ाना चाहते हैं, जिसके लिए पार्टी पदों पर महिलाओं, युवाओं, एससी/एसटी/ओबीसी के साथ अल्पसंख्यकों को नियुक्त किया जाएगा.
सामाजिक कार्यों में भागीदारी
थरूर ने कहा कि घोषणापत्र में कांग्रेस को सामाजिक कार्य के लोकाचार की ओर लौटने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया गया है. अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर वह संसदीय बोर्ड जैसे कुछ संस्थानों को पुनर्जीवित करेंगे. पार्टी को पांच साल में एक बार चुनाव लड़ने की मशीन नहीं समझना चाहिए है, लेकिन उसके साथ रहना चाहिए और लोगों की सेवा करनी चाहिए. हमें लोगों से जुड़ना चाहिए और उनके साथ काम करना चाहिए. इसके अलावा, उन्होंने एक व्यक्ति एक पद को लागू करने की बात कही.