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शाह के गुपकार गैंग वाले बयान पर कांग्रेस का पलटवार, कहा- ‘नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’

रणदीप सुरेजवाला ने कहा कि भारत की सरजमीं से चीन को वापस खदेड़ने और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की जिम्मेदारी निभाने की बजाय अनर्गल बयानबाजी ही अमित शाह और मोदी सरकार के मंत्रियों का हर दिन का व्यवहार बन गया है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला
अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 17 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 8:20 PM IST
  • अमित शाह ने गुपकार अलायंस को गुपकार गैंग करार दिया है
  • शाह ने पूछा था- सोनिया और राहुल गांधी इसका समर्थन करते हैं?
  • झूठी, भ्रामक व शरारतपूर्ण बयानबाजी कर रहे हैंः कांग्रेस

गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के गुपकार अलायंस को गुपकार गैंग करार दिया है. उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से सवाल करते हुए कहा था कि ये गैंग जम्मू-कश्मीर में विदेश में विदेशी ताकतों का दखल चाहता है. क्या सोनिया और राहुल गांधी इसका समर्थन करते हैं? अब इस पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि गृह मंत्री जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर सरासर झूठी, भ्रामक व शरारतपूर्ण बयानबाजी कर रहे हैं.

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रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि आए दिन झूठ बोलना, कपट फैलाना और नए भ्रमजाल गढ़ना मोदी सरकार का चाल, चेहरा और चरित्र बन गया है. शर्म की बात तो यह है कि देश के गृह मंत्री अमित शाह राष्ट्रीय सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी को दरकिनार कर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर सरासर झूठी, भ्रामक व शरारतपूर्ण बयानबाजी कर रहे हैं.
  
उन्होंने कहा कि भारत की सरजमीं से चीन को वापस खदेड़ने और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की जिम्मेदारी निभाने की बजाय अनर्गल बयानबाजी ही अमित शाह और मोदी सरकार के मंत्रियों का हर दिन का व्यवहार बन गया है. कांग्रेस पार्टी कड़े शब्दों में अमित शाह और मोदी सरकार के मंत्रियों के आचरण की निंदा करती है और याद दिलाती है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को लेकर उनका आचरण ऐसा ही है, जैसा कि ‘नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली.’ 

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मोदी सरकार को नसीहत देते हुए सुरजेवाला ने कुछ तथ्य रखे हैं और सवाल उठाए हैं...

1- कांग्रेस पार्टी ‘गुपकार अलायंस’ या ‘पीपुल्स एसोसिएशन फॉर गुपकार डिक्लरेशन’ (PAGD) का हिस्सा नहीं है.

2- देश के लिए कुर्बानी और बलिदानी की परिपाटी कांग्रेस के नेतृत्व ने अपने लहू से लिखी है. महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी सरीखे नेताओं की देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने की परंपरा सबको याद है. आजादी के बाद भी उग्रवाद और आतंकवाद से लड़ते हुए हजारों कांग्रेसजनों ने जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश में कुर्बानियां दीं. सरदार बेअंत सिंह, नंद कुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा और हजारों कांग्रेसजन देश के लिए कुर्बान हो गए, जिन पर हमें नाज है. 

3- अंग्रेज के गुलाम और पिट्ठू दलों के लोग शायद न तो देश और न ही तिरंगे के लिए कुर्बानी का जज्बा समझ सकते हैं. कांग्रेस पार्टी यह कभी स्वीकार नहीं करेगी कि राष्ट्र की अस्मिता, अखंडता या तिरंगे को कोई आंच पहुंचाए. न ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर सहित भारत के आंतरिक मामलों में कोई विदेशी दखलंदाजी स्वीकार की है और न ही करेगी. 70 वर्षों तक भारत का गौरवशाली इतिहास कांग्रेस के इस संकल्प का गवाह है. शायद अमित शाह और मोदी सरकार को राष्ट्रभक्ति का नया पाठ पढ़ने की आवश्यकता है, क्योंकि उनके पितृ संगठन, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने तो देश का तिरंगा ही आजादी के 52 साल तक आरएसएस मुख्यालय पर नहीं लहराया था. 

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5-  अमित शाह बताएं कि जिस पीडीपी की वो आलोचना कर रहे हैं, उसके साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में भाजपा ने सरकार का गठन क्यों किया था?

6-  अमित शाह बताएं कि भाजपा सरकार जम्मू-कश्मीर की जेल से कुख्यात आतंकवादी मौलान मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर व अहमद उमर सईद शेख को अफगानिस्तान और पाकिस्तान रिहा करके क्यों आई थी और क्या यही उग्रवादी 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के जिम्मेदार नहीं?

7- अमित शाह यह भी बताएं कि उन्होंने पाकिस्तान की उग्रवादियों की पोषक, आईएसआई को पठानकोट एयरबेस हमले की जांच के लिए न्यौता देकर भारत क्यों बुलाया था और अमित शाह ने आईएसआई में विश्वास क्यों जताया था?

8-  अमित शाह जवाब दें कि साल 2016 में कुख्यात आतंकवादी दाउद इब्राहिम की बीवी खुलेआम मुंबई जाकर वापस पाकिस्तान कैसे लौट गई और इसकी इजाजत किसने दी?

9-  अमित शाह यह भी बताएं कि भाजपा के महाराष्ट्र के एक मंत्री के तथाकथित टेलीफोन पर दाउद इब्राहिम से वार्ता के बाद उसे पद से क्यों हटाया था? यदि यह सही था तो मुकदमा दर्ज कर जांच क्यों नहीं की गई? पूरे मामले को रफा दफा क्यों किया गया? 

10- अमित शाह यह भी बताएं कि पीडीपी-भाजपा सरकार के समय उस सरकार के चहेते मसरत आलम को अप्रैल, 2015 में कश्मीर में पाकिस्तान का झंडा लहराने और भारत विरोधी नारे लगाने की इजाजत कैसे दी थी?  पीडीपी-भाजपा सरकार में आसिया अंद्राबी को सरकार का बेटी बचाओ का चेहरा कैसे बनाया, जिसने फिर पाकिस्तान जाकर मसूद अजहर उग्रवादी के साथ भारत विरोधी प्रदर्शन किया? 

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सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में प्रजातांत्रिक चुनाव की पक्षधर है और इसी उद्देश्य से कांग्रेस पार्टी डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट काउंसिल का चुनाव लड़ रही है ताकि भाजपा का जनविरोधी चेहरा प्रजातांत्रिक तरीके से बेनकाब हो सके.

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