
देश में अगले आम चुनाव को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया था. नीतीश कुमार ने कहा था कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस को आगे आना चाहिए और विपक्षी एकजुटता में देरी नहीं करनी चाहिए. नीतीश के इस बयान पर अब कांग्रेस की तरफ से भी संदेश आ गया है.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा है कि विपक्ष की एकता जरूरी है. इस एकता के लिए ही कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी. हम अपनी भूमिका अच्छी तरह से जानते हैं. कांग्रेस एक मात्र पार्टी है, जिसने कभी बीजेपी से समझौता नहीं किया. हमारा एक ही चेहरा है और हम BJP के सामने हैं.
विपक्षी एकता के सवाल पर जयराम रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सभी पार्टियों को न्योता दिया गया था. यात्रा के बाद परिवर्तन देखने को मिला है. अब इस यात्रा को लेकर ही अधिवेशन हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि मजबूत कांग्रेस के बिना विपक्षी एकता संभव नहीं है. कई राज्यों में कांग्रेस गठबंधन में है.
इस मुद्दे पर केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान विपक्ष को एक साथ लाकर इसे भाजपा के खिलाफ एक साझा लड़ाई बनाने की पहल की है. कांग्रेस ने नीतीश कुमार के बयान का स्वागत किया है. हमारा काम बीजेपी की सीटें कम करना है.
अधिवेशन के बारे में बताते हुए केसी वेणुगोपाल ने कहा कि रायपुर में 24 फरवरी से 85वां पूर्ण सत्र होने जा रहा है. इस सत्र में विचार-विमर्श होगा जैसा कि उदयपुर में हुआ था. उदयपुर में हमने आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की थी. यह 2024 की हमारी यात्रा की दिशा में महत्वपूर्ण सत्र है. इसमें 15 हजार प्रतिनिधि भाग लेंगे. बता दें कि पिछला अधिवेशन सोनिया गांधी के नेतृत्व में हैदराबाद में हुआ था.
वेणुगोपाल ने कहा कि इस अधिवेशन में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल कार्यकर्ता भी शामिल होंगे. 24 फरवरी को सुबह संचालन समिति की बैठक के साथ सत्र की शुरुआत होगी. 25 फरवरी की सुबह असली पूर्ण सत्र 9.30 बजे से शुरू होगा. 24 की सुबह संचालन समिति द्वारा पूर्ण सत्र के एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के सफल समापन के बाद यह प्लेनरी हो रही है. इससे आम कार्यकर्ताओं के लिए ऊर्जा पैदा हुई है. भारत जोड़ो यात्रा ने स्पष्ट दिशा दी है कि कैसे हम महत्वपूर्ण मुद्दों को सार्वजनिक क्षेत्र में उठा सकते हैं. तानाशाही सरकार को देश देख रहा है. वो लोग देश में विपक्षी आवाजों को कुचलना चाहते हैं.