
तमाम एमएनसी की तरह अब कांग्रेस ने भी कॉस्ट कटिंग शुरू कर दी है. उसने अपने पदाधिकारियों के लिए गुरुवार को एक ऐसा निर्देश जारी कर दिया है, जिससे उनकी चिंता बढ़ सकती है. दरअसल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल ने कहा कि पार्टी के महासचिव और प्रभारी अब फ्लाइट की जगह ट्रेन से सफर करें. उन्होंने 2018 में पार्टी के खर्चे को कम करने के लिए हुई बैठक में लिए गए फैसलों का जिक्र करते हुए कहा कि सभी सचिव 15-20 दिन अपने राज्यों में गुजारें.
उन्होंने बताया कि एआईसीसी 1400 किमी. तक का सफर ट्रेन से करने पर यात्रा का खर्च उठाएगी. इससे ज्यादा की दूरी का सफर करने पर फ्लाई का जो न्यूनतम खर्च आएगा, पार्टी उसे वहन करेगी. इसके अलावा महीने में केवल दो बार हवाई यात्रा का खर्च दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर ट्रेन का किराया फ्लाइट से ज्यादा है, तो ऐसी स्थिति में फलाइट से सफर कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे महासचिव और प्रभारी जो संसद के सदस्य हैं, वे अपनी हवाई सुविधा का इस्तेमाल करें. उन्होंने कहा कि इसके अलावा कैंटीन, सैनिकटरी, इलेक्ट्रीसिटी, न्यूज पेपर, ईंधन आदि का खर्च कम किया जाए.
कांग्रेस को सपा और AAP से भी कम मिल चंदा
ADR ने राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे को लेकर एक अहम रिपोर्ट जारी की है. इसके मुताबिक इस बार कांग्रेस को कई पार्टियों की तुलना में कम चंदा मिला है. इस बार इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए बीजेपी को सबसे ज्यादा चंदा मिला है. वहीं कांग्रेस का डोनेशन तो आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी से भी कम है.
आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी को 351.50 करोड़ का चंदा मिला है. कुल डोनेशन जो सभी पार्टियों को मिला है, वो 487.09 करोड़ बैठता है. ऐसे में अकेले बीजेपी के खाते में 72% चंदा गया है. कांग्रेस की बात करें तो उसे इस साल मात्र 18.44 करोड़ रुपये डोनेशन में मिले हैं, उससे ज्यादा सपा को 27 करोड़ और आम आदमी पार्टी को 21.12 करोड़ मिले हैं. वहीं TRS को इस साल 40 करोड़ का चंदा मिला है, वहीं YSR कांग्रेस को 20 करोड़ मिले हैं. अन्य पार्टियों में अकाली को 7 करोड़, पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी को 1 करोड़, गोवा फॉरवर्ड पॉर्टी और डीएमके को 50 लाख मिले हैं.