
भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की 10वीं वार्ता समाप्त हो चुकी है. इस दौरान दोनों ही देशों ने पूर्वी लद्दाख में फ्रंटलाइन पर तैनात सेनाओं को वापस बुलाने की प्रक्रिया का स्वागत किया और आगे के लिए भी सकारात्मक संकेत दिए. इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान आ चुका है.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ''मिलिट्री और राजनयिक लेवल पर 9 राउंड की वार्तालाप के बाद ही मामला सुलझ चुका है. लेकिन कांग्रेस ने हमारी छवि खराब करने की कोशिश की. मैं आप सभी को सुनिश्चित कर देना चाहता हूं कि जब तक मैं जिंदा हूं हमारे देश की एक इंच जमीन भी कोई नहीं ले सकता है.''
आपको बता दें बीते दिनों दोनों ही देश यानी भारत और चीन, पूर्वी लद्दाख के विवादित क्षेत्र से अपनी-अपनी सेनाएं हटाने के लिए तैयार हो चुके हैं. साथ ही दोनों देशों के बीच ये भी समझौता हुआ है कि भारत फिंगर 3 से आगे नहीं बढ़ेगा और चीन फिंगर 8 से आगे नहीं आएगा और फिंगर 3 से फिंगर 8 तक के बीच की जगह अब 'नो मार्च एरिया' रहेगी. यानी दोनों ही देश की सेनाएं इस क्षेत्र में मार्च नहीं कर सकेगीं.
भारत और चीन के बीच नए समझौते के अनुसार भारत को अपनी स्थायी पोस्ट जोकि फिंगर 3 पर है, वहीं तक सीमित रहना पड़ेगा. इसी पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कुछ सवाल किए थे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि ''चीनी सेना पैंगोंग, देपसांग में मौजूद थी. हमारी सेना ने जोखिम लिया और चीन का मुकाबला किया. लेकिन अब पीएम मोदी ने चीन को अपनी जमीन सौंप दी, ये कुछ नहीं बल्कि ये दर्शाता है कि नरेंद्र मोदी डरपोक हैं और देश की सेनाओं को धोखा दे रहे हैं.''
एक ट्वीट करके कांग्रेस ने सवाल उठाया था कि ''हमारी जमीन फिंगर 4 तक है. नरेंद्र मोदी ने फिंगर 3 से फिंगर 4 तक की हिंदुस्तान की जो पवित्र जमीन है, वह चीन को पकड़ा दी है.''