
महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया है कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को हटाकर एनसीपी नेता अजित पवार को 10 अगस्त के करीब महाराष्ट्र का सीएम बनाया जाएगा. अब बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम देंवेंद्र फडणवीस ने इस दावे को सिरे से नकार दिया है. देंवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जब बीजेपी, एनसीपी (अजित पवार) और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच गठबंधन हुआ था, तभी से ये स्पष्ट है कि इस महायुति के सीएम एकनाथ शिंदे होंगे और वे ही सीएम रहेंगे.
दरअसल, पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया था कि शिंदे के गृह जिले ठाणे के बाहर उनका सीमित प्रभाव है. ऐसे में बीजेपी उनके नेतृत्व में अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहती. चव्हाण ने कहा था कि बीजेपी अजित पवार में एक विकल्प देखती है और उन्हें मुख्यमंत्री बनाना चाहती है.
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हालांकि, फडणवीस ने इन दावों पर स्पष्ट कर दिया कि अजित पवार को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा और एकनाथ शिंदे इस पद पर बने रहेंगे. उन्होंने कहा कि आजकल कई वरिष्ठ नेता अटकलबाज़ी करते दिख रहे हैं. वे कितनी भी अटकलें लगाएं, जिस समय हमने महायुती तैयार की उस समय से तीनों पार्टियों (भाजपा, शिवसेना, NCP(अजित पवार गुट)) के मन में स्पष्ट है कि महायुति के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं और एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री रहने वाले हैं.
देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि अजित पवार अच्छी तरह से जानते हैं कि वह मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, क्योंकि 2 जुलाई से पहले हुई बैठकों में इस पर चर्चा हुई थी. उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता समय-समय पर उम्मीद जताते हैं कि उनका नेता मुख्यमंत्री बने. यह स्वाभाविक और स्वीकार्य है. हालांकि, 10 या 12 अगस्त की घटनाओं के बारे में पृथ्वी बाबा (पृथ्वीराज चव्हाण) द्वारा की गई भविष्यवाणियां सच नहीं होंगी. फडणवीस ने कहा, एकमात्र चीज जो जल्द होगी वो मंत्रिमंडल विस्तार है और मुख्यमंत्री इसकी तारीख तय करेंगे.
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बगावत कर डिप्टी सीएम बने अजित पवार
अजित पवार ने 2 जुलाई को अपने चाचा और एनसीपी चीफ शरद पवार से बगावत कर दी थी. वे 8 विधायकों के साथ शिवसेना-बीजेपी गठबंधन सरकार में शामिल हो गए थे. उन्हें सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया है. जबकि अन्य 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी.