
'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' की तर्ज पर पंजाब में भी कांग्रेस ने 'धी पंजाब दी, अपना हक जाणदी' अभियान शुरू किया है. राज्य की कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने तय किया है कि विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब की आधी आबादी यानी महिलाओं के लिए भी अलग से एक घोषणा पत्र बनाया जाएगा. कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा ने सोमवार को यह जानकारी दी. इस दौरान पंजाब कांग्रेस प्रमुख सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने भी मौजूद रहीं.
चंडीगढ़ के पंजाब प्रदेश कांग्रेस कार्यलय में पूर्व सीपीएस नवजोत कौर और अलका लांबा ने नए अभियान 'धी पंजाब दी, अपना हक जांणदी' की शुरुआत की. इसके तहत लकड़ियों के लिए अलग से घोषणा पत्र बनाया जाएगा. इसके लिए एक वॉट्सएप नंबर 9781803939 जारी किया गया है. इस नंबर पर राज्य की लड़कियां अपने सुझाव दे सकती हैं कि उनके लिए क्या कर सकते हैं? साथ ही एक वेबसाइट www.dheepunjabdi.co.in भी लॉन्च की गई है.
7 महिला अधिवेशन
इस मौके पर अलका लांबा ने बताया, 'धी पंजाब दी, अपना हक जाणदी' अभियान को प्रदेश के बड़े कॉलेज और यूनिवर्सिटी तक पहुचाया जाएगा. इसके लिए पंजाब में 7 महिला अधिवेशन आयोजित किए जाएंगे ताकि राज्य की लड़कियां-महिलाएं विधानसभा चुनावों से पहले अपने सुझाव और मांग बता सकें. आधी आबादी के इन सुझावों को चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा. लांबा ने बताया कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी पंजाब में इस कैंपेन में भाग लेने आएंगी.
गिनाईं पंजाब सरकार की योजनाएं
कांग्रेस की महिला नेत्रियों ने इस दौरान बताया कि पंजाब की कांग्रेस सरकार की ओर से 'उड़ान' योजना शुरू की जा चुकी है. इसके तहत महिलाओं को सेनेटरी पैड (Sanitary napkin) बांटे जाएंगे. इस दौरान उन्होंने पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी सरकार की मौजूदा सखी केंद्र, मुफ्त में बस का सफर और चुनाव में पचार फीसदी आरक्षण जैसी योजनाओं को गिनाया, जो महिलाओं के हितों के लिए चलाई जा रही हैं.
जिला स्तर पर महिला आयोग और टैलेंट सर्च सेंटर
वहीं, नवजोत कौर ने कहा कि 'धी पंजाब दी, अपना हक जाणदी' अभियान के जरिए सोशल कनेक्टिविटी बढ़े, यही प्रयास हमारा रहेगा. उन्होंने कहा कि अभी तक शिकायत के लिए बना महिला आयोग का इकलौता दफ्तर सिर्फ चंडीगढ़ में मौजूद है, इसलिए दूर दराज की शोषित और पीड़िता महिलाएं अपनी आवाज को वहां तक नहीं पहुंचा पाती हैं. पूर्व सीपीएस ने दावा किया आने वाले दिनों में जिला स्तर पर महिला आयोग की व्यवस्था करेंगे. साथ ही 'टैलेंट सर्च सेंटर' खोलने का वादा किया ताकि पंजाब की लड़कियां अपनी-अपनी प्रतिभा के आधार पर करियर बना सकें.
समझिए पूरा मामला
आपको बता दें कि प्रियंका गांधी ने पिछले महीने यूपी विधानसभा चुनाव में 40% महिलाओं को टिकट देने के ऐलान के साथ नारा दिया था कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं. इसी की तर्ज पर पंजाब कांग्रेस कमेटी ने भी 'धी पंजाब दी, अपना हक जाणदी' अभियान शुरू किया है. जिसका मतलब है; 'बेटी पंजाब की, अपना हक जानती.'
चुनाव की तैयारी
उल्लेखनीय है कि अगले साल यानी 2022 में देश के पांच राज्यों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसको लेकर कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दलों ने अपने अपने अभियान शुरू कर दिए हैं.
(इनपुट- ललित शर्मा)