
2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे और प्रचार जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए विपक्षी पार्टियों ने दिल्ली में INDIA गठबंधन की चौथी बैठक की. इसमें 28 पार्टियां शामिल हुईं, उन्होंने अपनी पार्टी की लाइनें प्रस्तावित कीं. इस दौरान ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को गठबंधन का प्रधानमंत्री चेहरा बनाए जाने का प्रस्ताव रखा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया.
रिपोर्ट्स की मानें तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी प्रमुख लालू यादव इस सुझाव से नाराज नजर आए. इतना ही नहीं, दोनों नेता बैठक को बीच में ही छोड़कर चले गए और बैठक के बाद होने वाली प्रेस कांफ्रेंस में भी शामिल नहीं हुए. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब INDIA गठबंधन की बैठक में कोई नेता नाराज नजर आया है. इससे पहले की भी बैठकों पर भी नजर डालें तो इस तरह के कई वाकये सामने आ जाएंगे.
23 जून को पटना में पहली बैठक- केजरीवाल नाराज
दरअसल, विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी. इस बैठक का नेतृत्व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. बैठक में विपक्ष की 15 पार्टियों ने हिस्सा लिया. इसका मकसद आगामी आम चुनाव में मोदी सरकार का मुकाबला करने के लिए विपक्ष को एकजुट करना था. हालांकि बैठक के दौरान अरविंद केजरीवाल नाराज नजर आए. कारण, वह चाहते थे कि दिल्ली में नौकरशाहों पर नियंत्रण संबंधी अध्यादेश के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो और कांग्रेस इस पर उनका समर्थन करे.
17-18 जुलाई को बेंगलुरु में दूसरी बैठक- नीतीश नाराज
17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई दूसरी बैठक में आगामी आम चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए 26 विपक्षी पार्टियां एक साथ आईं. बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन को INDIA नाम दिया गया. INDIA मतलब- इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस है. यहां भी नीतीश कुमार नाराज नजर आए थे. कारण, उन्होंने विपक्षी गठबंधन के नाम के रूप में INDIA पर कड़ी आपत्ति जताई थी.
31 अगस्त-1 सितंबर को मुंबई में तीसरी बैठक- ममता नाराज
तीसरी बैठक के दौरान गठबंधन ने पांच समितियों का गठन किया, जिनमें अभियान समिति, समन्वय/रणनीति समिति, मीडिया, सोशल मीडिया और अनुसंधान समिति शामिल हैं. इस बैठक में 28 विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों ने पांच राज्यों में होने वाले चुनावों के लिए रणनीति तैयार की. यहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाराज नजर आई थीं. कारण, वह सीट-बंटवारे समझौते के लिए समयसीमा तय न कर पाने से नाखुश थीं.
19 दिसंबर को दिल्ली में चौथी बैठक- लालू, नीतीश नाराज
मंगलवार को ही हुई INDIA ब्लॉक की चौथी बैठक में सीट-बंटवारे, संयुक्त अभियान का खाका और 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने की रणनीति बनाने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. लेकिन यहां मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर प्रस्तावित करने को लेकर लालू प्रसाद और नीतीश कुमार नाराज हो गए और बैठक के बीच से चले गए.
लालू-नीतीश की नाराजगी के पीछे क्या है कारण?
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो लालू-नीतीश की नाराजगी के पीछे बिहार का एंगल ये हो सकता है. कारण, नीतीश अगर पीएम चेहरा बनते हैं तो तभी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तेजस्वी जा सकते हैं. इसलिए दोनों नेताओं में खड़गे के नाम के प्रस्ताव को लेकर नाराजगी हो सकती है.
INDIA के सामने सीट बटंवारा भी बड़ी चुनौती
एक तरफ पीएम चेहरे को लेकर खींचतान है तो वहीं सीटों का बंटवारा भी INDIA गठबंधन के लिए बड़ी चुनौती है. बताया जा रहा है कि 31 दिसंबर तक सीटों के बंटवारे पर गठबंधन में सहमति बनाने की पुरजोर कोशिश रहेगी. इससे पहले दिल्ली में आप-कांग्रेस, बंगाल में टीएमसी-कांग्रेस, एमपी में सपा-कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर तकरार नजर आ चुकी है.