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'आंख और दोनों हाथों में लगे हैं छर्रे, 3-4 लोग सीरियस भी हैं', घायल किसान ने राहुल गांधी से की फोन पर बात

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घायल किसान गुरमीत से पूछा कि उन्हें कहां चोट लगी है और अब उनकी हालत कैसी है. इस पर गुरमीत ने कहा कि उनके दोनों हाथों, आंख की पलक पर और कांख (बगल में) में पुलिस वालों की बुलेट के छर्रे लगे हैं. आंख में डायरेक्ट पलक के ऊपर एक छर्रा लगा है.

Rahul Gandhi (File Photo) Rahul Gandhi (File Photo)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 2:27 PM IST

दिल्ली की तरफ कूच कर रहे किसानों के खिलाफ हरियाणा पुलिस का एक्शन जारी है. इस बीच कुछ किसानों के घायल होने की बात भी सामने आई है. इन घायल किसानों से ही बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फोन पर बात की. राहुल ने किसान आंदोलन में शामिल होकर घायल हुए पूर्व सैनिक गुरमीत सिंह से बातचीत के दौरान उनका हाल पूछा.

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसान गुरमीत से पूछा कि उन्हें कहां चोट लगी है और अब उनकी हालत कैसी है. इस पर गुरमीत ने कहा कि उनके दोनों हाथों, आंख की पलक पर और कांख (बगल में) में पुलिस वालों की बुलेट के छर्रे लगे हैं. आंख में डायरेक्ट पलक के ऊपर एक छर्रा लगा है. इसके बाद राहुल ने पूछा कि कुल कितने किसान घायल हुए हैं. इस पर गुरमीत ने उन्हें बताया कि अब तक 100 से ज्यादा किसान घायल हो चुके हैं, जिसमें से 3-4 की हालत गंभीर है. एक किसान की तो दोनों आंखें ही चली गई हैं.

सुनिए, किसान से राहुल की बातचीत

राहुल गांधी बोले- मैं साथ खड़ा हूं

अपना दुखड़ा सुनाते हुए किसान गुरमीत ने राहुल गांधी से कहा,'मैं 17 साल तक आर्मी में रहा. लेकिन फिर भी मुझे समझ नहीं आ रहा कि प्रदर्शनकारियों को डायरेक्ट हिट कहां किया जाता है. जम्मू-कश्मीर में तक ऐसा नहीं किया जाता. प्रदर्शनकारियों के पैर पर गोली चलाई जाती है. दिल्ली मार्च में प्रदर्शन करने वाले आतंकी नहीं है. वह तो देश के किसान हैं.' इस पर राहुल ने किसान गुरमीत से कहा कि आप पहले भी देश के लिए लड़े और अब भी देश के लिए ही लड़ रहे हो. हम आपके साथ हैं.

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शंभू बॉर्डर पर रुके हैं किसान

दरअसल, वैसे तो पुलिस ने दिल्ली के सभी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त कर दी है. लेकिन पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के अंबाला में शंभू बॉर्डर पर हालात ज्यादा बदतर हैं. यहां किसानों का जत्था दिल्ली की तरफ आगे बढ़ने के लिए संघर्ष कर रहा है. आज यानी 14 फरवरी को किसान आंदोलन का दूसरा दिन है. यहां पुल के पास पुलिस ने किसानों को बड़े-बड़े सीमेंट के बैरिकेड्स की मदद से रोक रखा है. किसानों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं तो वहीं किसानों की तरफ से पुलिस पर पत्थरबाजी  की घटनाएं भी देखने को मिली हैं.

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