
हरियाणा के डिप्टी सीएम और जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला ने केंद्र से किसान आंदोलन खत्म कराने की दिशा में उचित कदम उठाने की मांग की है. दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को इस सिलसिले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रेल मंत्री पीयूष गोयल और फिर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की.
मुलाकात के बाद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि किसानों का मसला जल्द सुलझ जाएगा. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है जिस तरह से केंद्र बात कर रहा है और किसान संगठनों की जो मांग है, इसे लेकर 24 पेज का सरकार ने प्रस्ताव दिया था, उस पर जवाब आएगा. दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर जो स्थिति है वो भी सामान्य होगी. किसानों की जो मांग है उस पर भी आम सहमति बनेगी.
हरियाणा में सरकार पर दवाब को लेकर किए गए सवाल पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमने पहले भी कहा है कि हरियाणा में हमने 6 फसलों पर एमएसपी सुनिश्चित की है. कई राज्यों में तो 2 फीसदी भी एमएसपी सुनिश्चित नहीं है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि 48 घंटे में समाधान निकलने की संभावना है. रास्ता बातचीत से निकलता है और पूरी दुनिया उम्मीद पर कायम है. दो पक्षों में छह राउंड की बैठक हुई है. एक से दूसरे राउंड की बातचीत तभी हुई जब कुछ प्रोडक्टिव दिखा. उम्मीद है सातवें दौर की बातचीत जल्दी होगी. 48 घंटों में कुछ समाधान निकलने की संभावना है.
असल में, किसानों की बढ़ती नाराजगी और सरकार के साथ समझौता न होने के चलते हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार को समर्थन करने वाली जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात करने के बाद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार और किसानों में जल्द सातवें दौर की वार्ता होगी. उन्होंने 48 घंटे में समाधान निकलने की उम्मीद जताई है.
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि केंद्र सरकार समाधान निकालने की कोशिश कर रही है. आपसी सहमति से हल निकलेगा. उन्होंने कहा कि जल्द 7वें दौर की वार्ता होगी. 48 घंटे में समाधान निकलने की उम्मीद है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हल बातचीत से ही निकलेगा.
बता दें कि जेजेपी ने किसान मुद्दे पर बीजेपी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. दुष्यंत चौटाला ने हाल ही में किसान मुद्दे पर अपने पार्टी विधायकों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में पार्टी विधायकों से किसान आंदोलन का उनके क्षेत्र में असर, राज्यों को लोगों के रुख आदि के बारे में फीडबैक लिया गया.
इससे पहले, जननायक जनता पार्टी ने किसानों पर आंदोलन के दौरान दर्ज मुकद्दमों को फौरन रद्द करने की मांग की थी. जेजेपी के वरिष्ठ नेताओं का तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज से मुलाकात की थी.
जेजेपी के संस्थापक और पार्टी अध्यक्ष अजय चौटाला भी कह चुके हैं कि सरकार के दिग्गज यह कहते घुम रहे हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी ) जारी रहेगी लेकिन यदि ऐसा है तो उसे बिल में शामिल करने में क्या समस्या है? जननायक जनता पार्टी सुझाव दे चुकी है कि केंद्र को किसानों को लिखित आश्वासन देना चाहिए कि न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली जारी रहेगी.
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किसानों के साथ खड़े विधायक
उल्लेखनीय है कि किसानों के मसले को लेकर जेजेपी के 10 विधायकों में से आधे किसान आंदोलन के साथ खड़े हैं. इनमें बरवाला से जोगीराम सिहाग, शाहबाद से रामकरण काला, गुहला चीका से ईश्वर सिंह, नारनौंद से राम कुमार गौतम और जुलाना से अमरजीत ढांडा किसानों के समर्थन में खड़े हैं. जेजेपी के वरिष्ठ नेता और विधायक राम कुमार गौतम ने नए कृषि कानूनों को रद्द करने को लेकर केंद्र से अनुरोध करने के लिए एक प्रस्ताव लाने के जरिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी.