Advertisement

दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को कब तक नहीं हरा पाएगी BJP? राजनीतिक विशेषज्ञ संगीत रागी ने बताया

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आतिशी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई, जो अब कांग्रेस की शीला दीक्षित और भाजपा की सुषमा स्वराज के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं. उनकी नई मंत्रिपरिषद में सबसे पहले सौरभ भारद्वाज ने शपथ ली, उसके बाद गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और दिल्ली कैबिनेट में नए सदस्य मुकेश अहलावत ने शपथ ली.

राजनीति विशेषज्ञ संगीत रागी ने बताया कि दिल्ली में केजरीवाल को बीजेपी कब तक नहीं हरा पाएगी राजनीति विशेषज्ञ संगीत रागी ने बताया कि दिल्ली में केजरीवाल को बीजेपी कब तक नहीं हरा पाएगी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 6:49 PM IST

वरिष्ठ आम आदमी पार्टी नेता आतिशी को शनिवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के आठवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई. सक्सेना ने आतिशी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई, जो अब कांग्रेस की शीला दीक्षित और भाजपा की सुषमा स्वराज के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं. उनकी नई मंत्रिपरिषद में सबसे पहले सौरभ भारद्वाज ने शपथ ली, उसके बाद गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और दिल्ली कैबिनेट में नए सदस्य मुकेश अहलावत ने शपथ ली.

Advertisement

हालांकि, आतिशी का कार्यकाल संक्षिप्त होगा, क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में आतिशी के सामने पूर्व की केजरीवाल सरकार द्वारा चलाई जा रही तमाम योजनाओं को जारी रखनी जैसी तमाम चुनौतियां भी हैं. इस बीच अब सवाल ये भी उठने लगे हैं कि अगले साल होने वाले दिल्ली चुनाव में क्या बीजेपी इस बदलाव से फायदा ले पाएगी? और दिल्ली में केजरीवाल को बीजेपी आखिर कब तक नहीं हरा पाएगी? इसका जवाब राजनीतिक विशेषज्ञ संगीत रागी ने आजतक से खास बातचीत में दिया.

संगीत रागी ने कहा कि दिल्ली में बीजेपी की दिक्कत ये रही है कि मदनलाल खुराना के बाद कोई भी ऐसा लीडर नहीं है जो अरविंद केजरीवाल या शीला दीक्षित को जमीनी स्तर पर चुनौती दे सके. अरविंद केजरीवाल को आप तब तक पराजित नहीं कर सकते जब तक दिल्ली में बीजेपी का नेतृत्व गली और मोहल्लों में जाकर आम आदमी की लड़ाई नहीं लड़ेगा. सिर्फ प्रेस कॉन्फ्रेंस या धरने प्रदर्शन से लड़ाई लड़ेंगे तो काम नहीं चलने वाला है.

Advertisement

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल 24 घंटे राजनीति करने वाले व्यक्ति हैं. जिस प्रकार से आप नरेंद्र मोदी से नहीं लड़ सकते हैं क्योंकि नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी 24 घंटे गवर्नेंस और राजनीति, दोनों मोड में है. उसी प्रकार से अरविंद केजरीवाल की टीम 24 घंटे राजनीति के मोड में है. आपको (बीजेपी) अगर उनको हराना है तो आपके कैडर को सड़क पर उतरने की जरूरत पड़ेगी. सड़क पर उतरने की क्षमता अगर आप खो देते हैं तो फिर अरविंद केजरीवाल से नहीं लड़ सकते. नैरेटिव सेट करना भी इसमें शामिल है. अरविंद केजरीवाल नया नैरेटिव लाकर खड़ा कर देते हैं, विपक्ष उसका काउंटर नहीं कर पाता है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement