
मंगलवार को सदन में सांसद गुलाम नबी आजाद की फेयरवेल स्पीच के दौरान भावुक हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस ने निशाना साधा है. जयपुर में कांग्रेस के राजस्थान प्रदेश के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नौटंकी में नंबर वन कहें तो कोई बुराई नहीं है. डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों के मुद्दे पर भावुक होना चाहिए.
डोटसारा ने कहा "देखिए, सबसे बड़ी नौटंकी करने में अगर कोई माहिर है तो वह भारतीय जनता पार्टी के नेता और उनमें अगर प्रधानमंत्री जी को हम नंबर वन कहें तो कोई बुराई नहीं है. आप देखिए, राहुल गांधी जी ने कहा था कि आइए, प्रधानमंत्री जी, हम सब मिलकर के इस देश का विकास करें, सबको साथ लेकर चलें और जब राहुल गांधी पीएम मोदी से गले मिलने लगे तो किस प्रकार से उन्होंने भाव दिखाए थे, आप सबके सामने है. जब नोटबंदी की थी तो किस प्रकार से भावुक होकर कहा कि मैं इस देश में अपराध मिटाना चाहता हूं, कालाबाजारी मिटाना चाहता हूं, मैं भ्रष्टाचार मिटाना चाहता हूं, मैं काला धन लाना चाहता हूं, मैं गरीब का भला चाहता हूं."
डोटसारा ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने नोटबंदी कर दी.पीएम ने कहा था कि 50 दिन में अगर कोई परिणाम नहीं आया तो मैं चौराहे पर आ जाऊंगा. आ गए क्या (वह) चौराहे पर? जीएसटी में जिस प्रकार से कहा, "वन नेशन वन प्रोग्राम"! यह वन नेशन ही है, किसान बैठे हैं ना! इन किसानों से ही तो देश बना है. इनकी सुनने की जरूरत नहीं है?
कांग्रेस ने कहा कि भावुकता दिखाकर मोदी चाहते हैं कि कांग्रेस में कहीं कोई बिखराव दिखे लेकिन कांग्रेस में बिखराव नहीं है. डोटसारा ने कहा कि "मैं समझता हूं, वह ब्रांडिंग के माहिर आदमी है. वह भावुकता दिखाकर चाहते हैं कि कांग्रेस में कहीं कोई बिखराव दिखे, लेकिन कांग्रेस में बिखराव नहीं है. वो जितनी कुचेष्टा करनी है, कर लें. उनको भावुक होना चाहिए किसानों के मुद्दे के ऊपर और जब देश का प्रधानमंत्री बोल रहा है, हां हम बात करने के लिए तैयार हैं, उन्हें मना कौन कर रहा है किसानों को बुलाने के लिए? उनकी समस्याओं के समाधान के लिए मना कौन कर रहा है?"