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BJP: TMC की महिला उम्मीदवार की नागरिकता पर बंगाल में बवाल, कोर्ट की टिप्पणी के बाद BJP ने ममता को घेरा

पश्चिम बंगाल में 2021 विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने भारी मतों से बहुमत हासिल किया था लेकिन इसी चुनाव में भारत और बांग्लादेश दोनों की नागरिकता रखने वाली एक महिला को उम्मीदवार बनाकर चुनाव मैदान में उतारना उसे भारी पड़ गया है. विपक्ष अब इस मामले को मुद्दा बना रहा है.

बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्विटर पर लगाए आरोप (फाइल फोटो) बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्विटर पर लगाए आरोप (फाइल फोटो)
पॉलोमी साहा
  • नई दिल्ली,
  • 21 मई 2022,
  • अपडेटेड 1:43 PM IST
  • बीजेपी के जीते उम्मीदवार के खिलाफ दाखिल की थी याचिका
  • कलकत्ता हाई कोर्ट में टीएमसी नेता की याचिका खारिज की
  • दावा- बांग्लादेश की मतदाता सूची में दर्ज है प्रत्याशी का नाम

पश्चिम बंगाल में 2021 में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने एक ऐसे उम्मीदवार को विधानसभा का टिकट दे दिया था, जिनके पास भारत और बांग्लादेश दोनों की नागरिकता है. इस मामले में बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को ममता बनर्जी को घेरा लिया. उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में लिखा कि 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में बोंगांव दक्षिण विधानसभा सीट से लड़े बीजेपी के स्वप्न मजूमदार ने टीएमसी की उम्मीदवार आलो रानी सरकार को हरा दिया था.

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उन्होंने बताया कि चुनाव परिणामों से असंतुष्ट होकर टीएमसी उम्मीदवार आलो रानी सरकार ने कोर्ट में याचिका दायर कर दी थी. बीजेपी नेता ने बताया कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया है क्योंकि उनका नाम बांग्लादेश की मतदाता सूची में दर्ज है. वह एक बांग्लादेशी नागरिक हैं. मालूम हो कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए टीएमसी नेता की नागरिकता को अवैध ठहरा दिया है.

रद्द होना चाहिए टीएमसी का रजिस्ट्रेशन

नेता विपक्ष ने कहा कि टीएमसी कानून की धारा 29ए की उप-धारा 5 के उल्लंघन की दोषी है. उसने एक विदेशी नागरिक को निर्वाचित कराने की कोशिश की. उसने भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता से समझौता कर देश के संविधान के प्रति निष्ठा नहीं रखी. उन्होंने सवाल किया कि क्या ऐसे राजनीतिक दल का रजिस्ट्रेशन रद्द नहीं किया जाना चाहिए?

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चुनाव आयोग की कार्रवाई का है इंतजार

शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि TMC नेताओं को बांग्लादेशी प्रवासियों को अवैध रूप से पश्चिम बंगाल में बसने में मदद करने और अपने वोटर्स को बढ़ाने के लिए ऐसे लोगों को मतदाता पहचान पत्र देने के लिए जाना जाता है, लेकिन ऐसे लोगों को उम्मीदवार बनाना जो भारतीय नहीं हैं, यह पहले कभी नहीं हुआ. कोर्ट का आदेश आने के बाद चुनाव आयोग द्वारा अब कार्रवाई का इंतजार है.

टीएमसी ने 213 सीटों पर हासिल की थी जीत

पश्चिम बंगाल में 2021 में हुए विधानसभा चुनाव ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने कुल 292 में 213 सीटें जीती थीं जबकि भारतीय जनता पार्टी को 77 सीटों से संतोष करना पड़ा था. वहीं राष्ट्रीय सेक्युलर मजलिस पार्टी को एक सीट और एक सीट निर्दलीय के खाते में आई थीं. इस चुनाव में टीएमसी का वोट प्रतिशत 47.94% और बीजेपी का वोट प्रतिशत 38.13% था.

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