
बीजेपी नेतृत्व वाले NDA गठबंधन को टक्कर देने के लिए 26 विपक्षी पार्टियों का प्लान तैयार है. I.N.D.I.A. नाम का गठबंधन बन गया है. बेंगलुरु की मीटिंग में इस नए गठबंधन पर मुहर लगी. लेकिन सब कुछ इतना आसान नहीं था.
गठबंधन का नाम क्या हो, इसके लिए लगभग 10 और नाम सामने थे. बाद में I.N.D.I.A. को लेकर भी संशय था. ये डर भी था कि कहीं लड़ाई इंडिया बनाम भारत ना हो जाए.
I.N.D.I.A. से पहले किन-किन नामों पर हुई चर्चा?
बातचीत में एक सीनियर नेता ने बताया कि I.N.D.I.A. से पहले कई नामों पर चर्चा हुई. इसमें UPA (यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस) से मिलते जुलते नाम इंडियन प्रोग्रेसिव अलायंस, प्रोग्रेसिव पीपल्स अलायंस, इंडियन पीपल्स फ्रंट, पीपल्स अलायंस फॉर इंडिया और भारत जोड़ो अलायंस भी शामिल थे.
एक नेता ने 'भारत' नाम रखने का भी सुझाव दिया था. मीटिंग में पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने इस बात की आशंका भी जताई थी कि पूरी बहस इंडिया बनाम भारत की होकर ना रह जाए, इसलिए इसमें कोई हिंदी शब्द भी जोड़ना चाहिए.
इसी तरह बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी I.N.D.I.A. नाम से खास सहमत नहीं थे. उन्होंने 'INDIAN' नाम का सुझाव दिया था. लेकिन चर्चा में माना गया कि ये थोड़ा भ्रमित करने वाला हो सकता है. हालांकि, बाद में लालू ने नीतीश को I.N.D.I.A. पर राजी कर लिया. फिर नाम तय होने के बाद इसकी हिंदी टैगलाइन 'लड़ेगा भारत, जीतेगा भारत' तय की गई.
किसने दिया I.N.D.I.A. नाम?
दरअसल, मीटिंग के दूसरे दिन ममता बनर्जी ने सबसे पहले I.N.D.I.A. नाम का जिक्र किया. फिर राहुल गांधी ने इसे मजबूती से उठाया और कहा कि मोदी इंडिया से कैसे लड़ सकते हैं. इंडिया बनाम बीजेपी ही होना चाहिए क्योंकि हम लोग देश के लोगों के लिए ही लड़ रहे हैं.
हालांकि, I.N.D.I.A. नाम पर कुछ चर्चा मीटिंग के पहले दिन भी हुई थी. तब राहुल गांधी ने इसपर कुछ नेताओं से चर्चा करके उनकी राय जानने की कोशिश की थी. एक नेता ने बताया कि राहुल गांधी का मानना है कि नाम इंडिया रखने से देश की जनता सेंटर स्टेज पर आ जाएगी.
लालू ने कुछ नेताओं को दी नसीहत
मीटिंग के पहले दिन बिहार के सीएम लालू प्रसाद यादव ने कुछ नेताओं का नाम लेकर उनको मीडिया के सामने कम बयानबाजी करने की सलाह भी दी. लालू ने कहा कि पंजाब सीएम भगवंत मान और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को मीडिया के सामने कम बात करने को कहा है. लालू ने कहा कि बयानबाजी से एकजुटता के सारे प्रयास धरे रह जाते हैं. लालू ने आपसी मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर चुनाव लड़ने की सलाह दी.
आगे लालू ने अखिलेश यादव को कहा कि यूपी में लोकसभा की 80 सीटों का बंटवारा कैसे होगा, इसपर विचार करें. लालू के बाद दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी सीट शेयरिंग के मुद्दे को जल्द निपटाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग इस बात को ध्यान में रखकर होनी चाहिए कि पार्टी उस राज्य में कितनी मजबूत है.