
India Today Conclave Mumbai 2022: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में आज से इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2022 की शुरुआत हो गई है. पहले दिन कई बड़ी हस्तियों ने हिस्सा लिया और खुलकर बातचीत की. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी मंच पर पहुंचे और उन्होंने रोड एक्सीडेंट से लेकर सेफ्टी तक पर बात की. गडकरी का कहना था कि देश में जनसंख्या और वाहनों की संख्या, दोनों तेजी से बढ़ रहे हैं. एक परिवार में तीन लोग हैं और सात गाड़ियां रखी हैं. घरों में वाहन रखने के लिए जगह नहीं है. सड़कों पर वाहन खड़े कर दिए जाते हैं.
नितिन गडकरी ने कहा- 'एक बात पर डिबेट जरूर होना चाहिए. हिंदुस्तान में जनसंख्या और ऑटोमोबाइल ग्रोथ बहुत तेजी से बढ़ रही है. ये भी कभी सोचना चाहिए. 17 करोड़ व्हीकल हैं. एक परिवार में तीन सदस्य हैं और सात गाड़ियां घर में रखी हैं. रोड कैसे बनेंगे. दूसरी बात पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. बड़े-बड़े शहरों में देख लीजिए. कितने लोग हैं- जिन्होंने घरों में पार्किंग बनाकर रखी है. रोड पर गाड़ियां खड़ी कर देते हैं. समस्या ज्यादा हैं, इसलिए हम भी कोशिश कर रहे हैं और लोगों को भी आगे आना चाहिए.'
2024 के पहले एक्सीडेंट की संख्या 50% घटा देंगे
उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग की कंपनियों को अभी मैंने काफी सलाह दी है. साइरस मिस्त्री के हादसे के बाद मैंने मर्सिडीज कंपनी से भी बात की है. उन्होंने बताया कि वे ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, रोड इंजीनियरिंग, एजुकेशन अवेयरनेस कैंपेन फॉर रोड सेफ्टी, इमरजेंसी (एक्सीडेंट होने के बाद तुरंत जान बचाना) पर काम कर रहे हैं. एनजीओ, सोशल वर्कर भी बहुत काम कर रहे हैं. पर, मैंने ये कहा है कि 2024 के पहले हम 50 प्रतिशत एक्सीडेंट कर देंगे. और मौत होने का आंकड़ा भी घटाएंगे. उन्होंने बताया कि मेरे मंत्रालय ने अभी 6 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं. ऐसा नहीं है कि हमने करके नहीं दिखाया है, हमें इस अभियान में भी सफलता मिलेगी.
रोड एक्सीडेंट में मुझे सफलता नहीं मिली
गडकरी ने कहा कि अभी जो नए हाईवे बन रहे हैं, उसमें हर बात का ख्याल रखा गया है. मुंबई-पुणे हाइवे बनाया था, उसमें सेव लाइफ फाउंडेशन ने 55 गलतियां निकालीं. ये बहुत अच्छा काम कर रहा है. गडकरी ने खुलकर अपने काम गिनाए और कहा- मैं नम्रतापूर्वक एक बात स्वीकार करना चाहता हूं कि रोड एक्सीडेंट रोकने में मुझे सफलता नहीं मिली. देश में 5 लाख एक्सीडेंट होते हैं और 3 लाख लोगों के हाथ-पैर टूट जाते हैं. डेढ़ लाख लोग मर जाते हैं और मरने वाले लोगों में 18 से 34 साल की उम्र के 64 प्रतिशत लोग होते हैं.
रोड एक्सीडेंट से व्यथित रहता हूं
उन्होंने कहा कि जब मेरा एक्सीडेंट हुआ, तब मैं महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष था. मेरी गाड़ी की टक्कर ट्रक से हो गई थी. कार में मैं, पत्नी और बेटी भी थी. बड़ा एक्सीडेंट हुआ था. गडकरी का कहना था कि रोड एक्सीडेंट के मामलों से मैं खुद बहुत व्यथित रहता हूं. इसमें लोगों का भी सहयोग चाहिए. रोड इंजीनियरिंग में काफी समस्या है और व्यवस्थाओं में काफी सुधार भी किया है. इकॉनोमिक मॉडल में सभी लोगों के लिए सीट बेल्ट अनिवार्य कर दी गई है. हेलमेट अनिवार्य किया गया है. नया मोटर व्हीकल एक्ट लेकर आए हैं.
लोगों को जागरूक किया जा रहा है
एजुकेशन और अवेयरनेस के बारे में कार्यक्रम करवाए जा रहे हैं. अमिताभ बच्चनजी से लेकर अक्षय कुमार तक बिना फीस लिए जागरूक कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी और कॉलेज में एजुकेशन प्रोग्राम किए जा रहे हैं. हेलिकॉप्टर हादसे के मामले सामने आने के बाद ऑर्गन ट्रांसप्लांट से लेकर तुरंत लोगों की जान कैसे बचाएं, उसके लिए प्रयास कर रहे हैं. रोड पर क्रैन और एंबुलेंस की व्यवस्था कर रहे हैं. एक बात जरूर है कि लोगों के सहयोग के बिना अभियान में सफलता नहीं मिल सकेगी.
40 हजार करोड़ खर्च करके ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए
जैसे गाड़ी चलाते समय फोन पर बात नहीं करना चाहिए. टूव्हीलर पर चलते समय हेलमेट जरूर पहनना चाहिए. जब रेड सिग्नल होगा तो रुकना चाहिए. ये सब जरूरी बातें हैं. हमने करीब 40 हजार करोड़ रुपए खर्चा करके ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए हैं. उन ब्लैक स्पॉट को हम सुधार रहे हैं. इस सबके बावजूद लोगों का सहयोग चाहिए. लोगों में अवेयरनेस और रिस्पॉन्सबिलिटी का बोध जरूर होना चाहिए. मैं ये भी नहीं कह रहा कि लोग कानून का पालन नहीं करते. पर कानून के प्रति डर और सम्मान भी होना चाहिए.
गडकरी ने अमेरिका समेत अन्य देशों का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा- विदेश में ड्राइविंग लाइसेंस कितनी कठिनाई से मिलता है. अभी मैंने ट्रांसपोर्ट विभाग में 17 सुधार किए हैं. हमने सुविधाओं को डिजिटलाइज्ड किया है. बस बॉडी में भी सुधार कर रहे हैं.