
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव का दूसरा दिन विदेश मंत्री एस जयशंकर के सत्र के साथ शुरू हुआ. इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन, रूस और यूक्रेन युद्ध समेत कई मुद्दों पर बात की. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन और भारत के संबंधों के लिए यह सबसे चुनौतीपूर्ण समय चल रहा है. उन्होंने चीन को लेकर कहा कि आप समझौतों का उल्लंघन करके यह नहीं दिखा सकते हैं कि सब सामान्य है.
रूस और यूक्रेन युद्ध को खत्म करवाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की भूमिका को लेकर एस जयशंकर ने कहा कि असली दुनिया में आप कभी भविष्यवाणी नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि जब मैं न्यूयॉर्क में था, उस समय यूक्रेन के प्रधानमंत्री ने मुझसे मुलाकात की और न्यूक्लियर प्लांट के मुद्दे पर चर्चा की.
विदेश मंत्री ने कहा कि रूस और यूक्रेन मामले में भारत को जहां भी मौका मिलेगा, वहां मदद की पूरी कोशिश की जाएगी. लेकिन जरूरी ये है कि क्या रूस और यूक्रेन बातचीत के रास्ते पर आने के लिए तैयार हैं.
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इस सवाल के जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, 'आप चाहते हो कि मैं एक मैच नहीं बल्कि पूरी सीरीज की भविष्यवाणी करूं. मैं सकारात्मक हूं. हम वो पहले देश हैं, जिन्होंने कई देशों से बातचीत की है. हमने 125 देशों से पूछा कि आपको क्या चाहिए? क्या ऐसा है जो आपके लिए नहीं हुआ है?' विदेश मंत्री ने आगे कहा कि इससे पहले कभी किसी ने ऐसा नहीं किया था.