
राहुल गांधी ने अमेरिका में सिखों और आरक्षण को लेकर जो बयान दिया, उस पर सियासी घमासान छिड़ा है. बीजेपी और सहयोगी पार्टियां राहुल पर विवादित टिप्पणी कर रही हैं तो कांग्रेस पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर अपने नेताओं को मर्यादा में रखने की नसीहत दे रही है. कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी तो बीजेपी के अध्यक्ष ने जवाबी चिट्ठी लिखी और कांग्रेस को 110 गालियों की याद दिला दी.
बात सिर्फ लेटरवार तक नहीं है, बल्कि पाकिस्तान तक भी पहुंच चुकी है. आज गुरुवार को 'हल्ला बोल' में इसी मुद्दे पर चर्चा हुई. इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस, दोनों पार्टियों के सोशल मीडिया प्रमुखों ने एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान अंजना ओम कश्यप ने बीजेपी के सोशल मीडिया प्रमुख अमित मालवीय से सवाल पूछा कि केंद्रीय मंत्री का राहुल गांधी का आतंकी कहना सही है?
इस पर बीजेपी नेता ने कहा कि राहुल गांधी अमेरिका गए, उन्होंने वहां पर ऐसे कई बयान दिए जैसे आरक्षण या सिक्खों को लेकर जिस प्रकार का बयान उन्होंने दिया और उनकी भावनाओं को आहत करने का काम किया। उसके बाद से ही इन बयानों का सिलसिला शुरू हुआ। हमारी पार्टी का ये स्पष्ट मानना है कि राहुल गांधी किसी भी स्तर तक गिरें, हमें स्तर बनाए रखना चाहिए. भाषा का संयम बनाए रखना चाहिए, लेकिन क्योंकि कांग्रेस ने एक चिट्ठी लिखी और उस चिट्ठी का जवाब आज हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दिया है.
राहुल गांधी के पुराने भाषण का एक वीडियो दिखाते हुए अमित मालवीय ने कहा कि जो राहुल गांधी का वीडियो है, उनकी भाषा और मर्यादा किस स्तर तक जाती है उसका एक उदाहरण है। हम नहीं चाहते कि राजनीति का स्तर राहुल गांधी के स्तर तक जाए. लेकिन सच्चाई ये भी है कि आरक्षण खत्म कर देंगे वाले बयान से एससी/एसटी ओबीसी समाज आहात है. ये कहना है कि सिख हिंदुस्तान में पग और कड़ा नहीं पहन सकते, ये उनकी भावनाओं को ठेंस पहुंचाने का काम है. देश में अगर सिख कभी पग और कड़ा नहीं पहन पाए हैं तो वो ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद हुआ.
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