
केंद्र सरकार के खिलाफ आज विपक्ष द्वारा संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है. इस प्रस्ताव पर तीन तक बहस होगी और उसके बाद वोटिंग होगी. अविश्वसास प्रस्ताव से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने BJP संसदीय दल की बैठक में हिस्सा लिया और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने सांसदों से कहा कि घंमिडया गठबंधन को अपनी एकता से जवाब दो.
आखिरी बॉल पर छक्का मारने का मौका
प्रधानमंत्री ने कहा, 'ये अविश्वास प्रस्ताव हमारे खिलाफ नही बल्कि विपक्ष में आपस मे जो अविश्वास है, उसके लिए लाया गया है. जैसे आखरी बॉल में छक्का मारा जाता है, उसी तरह इसको मौका समझो विपक्ष के खिलाफ. हमने अविश्वास प्रस्ताव का काम 2018 में ही दे दिया था. घमंडिया गठबंधन का आपको अपनी एकता से जवाब देना है.' प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष का सेमीफाइनल का मन था और कल सेमीफाइनल हो गया नतीजा सबके सामने है.
10 अगस्त को जवाब देंगे पीएम मोदी
संसद में लाए गए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर 8 अगस्त से चर्चा शुरू होगी. इसके बाद 9 और 10 अगस्त को भी इस पर चर्चा होगी. 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर जवाब देंगे. दरअसल, संसद का मॉनसून सत्र विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ता जा रहा है. विपक्ष मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जवाबदेही तय करने और इस हिंसा पर बहस करने की मांग कर रहा है. विपक्ष चाहता है कि पीएम मोदी संसद में इस पर जवाब दें.
यही वजह है कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की तरफ से कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था. इसी के साथ ही कांग्रेस ने कहा था कि सरकार से लोगों का भरोसा टूट रहा है. हम चाहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी मणिपुर हिंसा पर कुछ बोलें, लेकिन वह बात ही नहीं सुनते. पीएम सदन के बाहर तो बात करते हैं, लेकिन सदन में कुछ नहीं बोलते.
राहुल पर रहेगी नजर
अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सभी की नजरें कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर होंगी जो मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली चर्चा में हिस्सा लेंगे. यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल गांधी मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में क्या कहते हैं. वह हिंसाग्रस्त राज्य का जुलाई में दौरा कर चुके हैं. केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ 2018 में पहला अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. इस प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने अचानक ही पीएम मोदी के पास जाकर उन्हें गले लगा दिया था. इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया को देखकर आंख मारने का वाकया भी हुआ था, जिन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी थीं.