
कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार को आगामी कर्नाटक विधान परिषद उपचुनावों में उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया है. वे हाल ही में विधानसभा चुनाव हार गए थे. शेट्टार के अलावा, कांग्रेस ने 30 जून को होने वाले एमएलसी उपचुनाव के लिए तिप्पनप्पा कामकनूर और एनएस बोसेराजू को भी उम्मीदवार बनाया है.
भाजपा के तीन नेताओं- लक्ष्मण सावदी, बाबूराव चियानचनसुर और आर शंकर ने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी के टिकट से इनकार करने के बाद अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था.
दिलचस्प बात यह है कि लिंगायत नेता जगदीश शेट्टार ने इसी कारण से भाजपा छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर हुबली धारवाड़ सेंट्रल सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
शेट्टार की चुनावी हार के बाद से कांग्रेस इस बात पर विचार कर रही है कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले लिंगायत नेता को कैसे समायोजित किया जाए. चुनाव 30 जून को होना है और उसी दिन नतीजे घोषित किए जाएंगे.
बीजेपी से दिया था इस्तीफा
कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान टिकट नहीं मिलने पर शेट्टार ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था और कांग्रेस का दामन थाम लिया था. बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल होने पर शेट्टार ने सफाई देते हुए कहा था कि कांग्रेस में शामिल होने पर कहा कि मुझे सत्ता की भूख नहीं, मैं सिर्फ सम्मान चाहता हूं. उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट ना देकर मेरा अपमान किया है. मैं महत्वाकांक्षी व्यक्ति नहीं हूं और ना ही मैं सत्ता का भूखा हूं.
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार स्वच्छ छवि के नेता माने जाते हैं. उन्हें सियासत विरासत में मिली है. शेट्टार हुबली-धारवाड़ के मेयर रहे हैं. इसके अलावा उनके भाई एमएलसी और चाचा विधायक हैं. इस तरह से शेट्टार परिवार की हुबली-धारवाड़ इलाके में मजबूत पकड़ है.