
नरेंद्र मोदी रविवार को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं, लेकिन उससे पहले जेडीयू महासचिव केसी त्यागी के एक बयान ने सियासी पारा बढ़ा दिया है. केसी त्यागी ने दावा किया कि नीतीश कुमार को INDIA गठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री बनने का ऑफर दिया गया था, लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया.
हमें कोई जानकारी नहीं: केसी वेणुगोपाल
केसी त्यागी के इस बयान पर कांग्रेस के महासचिव और नवनिर्वाचित सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है कि आखिर किसने ऑफर दिया था. लेकिन केसी त्यागी के बयान के अलग-अलग मतलब निकाले जा रहे हैं. कोई उन पर चुटकी ले रहा है तो कोई इसे लेकर गंभीर है. कोई ये सवाल उठा रहा है कि मोदी की ये सरकार एक साल भी नहीं चलेगी.
मेरे पास सबूत हैं: केसी त्यागी
केसी त्यागी ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि प्रपोजल तो यहां तक आएं हैं कि नीतीश पीएम हो जाएं. वो लोग प्रपोजल दे रहे हैं, जिन्होंने नीतीश को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाने से भी इनकार कर दिया था. जेडीयू महासचिव ने कहा कि मुझे खुशी है कि जेडीयू नेतृत्व ने उन्हें अस्वीकार कर दिया और नीतीश कुमार ने नए पीएम के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का समर्थन किया और विपक्ष की ओर से फैलाई गई ये सभी अफवाहें समाप्त हो गईं. अगर कोई नेता नाम जानना चाहता है, या इनकार करता है तो हमारे पास सारे सबूत हैं. रिजल्ट के आने बाद 4 जून को प्रस्ताव आया था.
केसी त्यागी का बयान ऐसे समय में आया है, जब शुक्रवार को जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने बैठक में एनडीए संसदीय दल और लोकसभा के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम पर मुहर लगा दी थी. हालांकि, केसी त्यागी की माने तो 2024 के लोकसभा चुनाव में नतीजे आने के बाद जब देश की जनता ने किसी एक पार्टी को स्पष्ट जनादेश नहीं दिया तो विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक की तरफ से भी केंद्र में सरकार बनाने के भरपूर प्रयास किए गए थे.
पीएम मोदी के सामने बोलते हुए नीतीश कुमार इशारों-इशारों में बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग भी कर चुके हैं. नीतीश कुमार पीएम मोदी के सामने अपने बयान में कह चुके हैं कि बिहार, देश बहुत आगे बढ़ेगा. बिहार का सब काम हो जाएगा. जो बचा हुआ है. जो आप चाहेंगे उस काम के लिए हम लगे रहेंगे.
विपक्ष का हमला
उधर, कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा कि नीतीश के सियासी ट्रैक रिकॉर्ड और उनके बयान को कांग्रेस संशय की दृष्टि से देख रही है. AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि यह बैसाखी की सरकार बनी है. इनका अहंकार इनकी सरकार गिराएगा. 6 महीने से ज्यादा उनकी सरकार नहीं चलेगी.
राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाने की उठी मांग
इन सियासी बयानबाजी और कयासबाजी के बीच कांग्रेसी खेमे में भी आगे की रणनीति पर चर्चा हो रही है. 2024 में 99 सीट जीतने वाली कांग्रेस को लगता है कि उसे संजीवनी मिल गई है. कांग्रेस के नेता इसका श्रेय राहुल गांधी को दे रहे हैं. यही वजह है कि कांग्रेस में निर्णय लेने वाली शीर्ष संस्था, सीडब्ल्यूसी की बैठक में सर्वसम्मति से राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाने की मांग उठी. सीडब्ल्यूसी की बैठक में इन मांगों पर राहुल गांधी ने सोचने का वक्त मांगा है.