
कर्नाटक चुनाव को लेकर शंखनाद हो गया है. 10 मई को वोटिंग होने जा रही है और 13 तारीख को नतीजे आएंगे. अब इस ऐलान के बाद आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी हुंकार भर दी है. उन्होंने बोला है कि आम आदमी पार्टी कर्नाटक की हर सीट पर चुनाव लड़ने जा रही है.
मुकाबला कड़ा, आप के पास क्या मौका?
वैसे आम आदमी पार्टी कर्नाटक में चुनाव लड़ने की तैयारी लंबे समय से कर रही है. उसका वहां पर एक संगठन खड़ा हो चुका है, अरविंद केजरीवाल भी राज्य में रैली कर चुके हैं. ऐसे में अटकलें पहले से थीं कि आम आदमी पार्टी कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी को चुनौती देने का काम करेगी. अब उसी कड़ी में केजरीवाल ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. यानी कि चुनावी मैदान में चार बड़ी पार्टियां एक दूसरे का मुकाबला करने वाली हैं. बीजेपी बनाम कांग्रेस बनाम जेडीएस बनाम आम आदमी पार्टी वाला मुकाबला देखने को मिलने वाला है.
80 सीटों पर आप के उम्मीदवार
जानकारी के लिए बता दें कि चुनावी समर में आम आदमी पार्टी इस समय सबसे आगे चल रही है. उसने 80 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान भी कर दिया है. अभी तक किसी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है, सिर्फ मंथन चल रहा है. लेकिन इस डिपार्टमेंट में बाजी मारते हुए आम आदमी पार्टी ने 80 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं. पार्टी दावा कर रही है कि वो एक बार फिर दिल्ली मॉडल के दम पर कर्नाटक की जनता का दिल जीतने का काम करेगी.
दिल्ली मॉडल के दम पर विस्तार की तैयारी
अभी तक आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के अलावा पंजाब, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में चुनाव लड़ लिया है. पार्टी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. अभी तक दिल्ली के अलावा आप को पंजाब में सबसे ज्यादा फायदा हुआ है. वहां पर उसने प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई है. गुजरात में भी उसने जोर पूरा लगाया लेकिन बीजेपी की आंधी के आगे नहीं टिक पाई. अब कर्नाटक भी एक ऐसा राज्य है जहां पर बीजेपी बनाम कांग्रेस का मुकाबला ज्यादा देखने को मिलता है. ऐसे में आम आदमी पार्टी का लड़ना किसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है, ये आने वाले दिनों में साफ होने लगेगा.