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जनता दल (युनाइटेड) के नेता केसी त्यागी की संगठन में फिर से वापसी हो गई है. जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से हटाए जाने के करीब दो महीने बाद त्यागी को पार्टी मे महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई है. उन्हें जेडीयू का विशेष सलाहकार और मुख्य प्रवक्ता बनाया गया है. त्यागी को पार्टी की अहम भूमिका में दोबारा से ऐसे समय लगाया गया है, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता की कवायद का तानाबाना बुन रहे हैं. ऐसे में मीडिया और दिल्ली सर्किल में जेडीयू और नीतीश की बातों को मजबूती के साथ रखने वाले नेता की कमी महसूस हो रही थी, जिसकी भरपाई करने के लिए त्यागी को लाया गया है.
त्यागी की जेडीयू संगठन में वापसी
सामाजवादी आंदोलन से जुड़े रहे केसी त्यागी जेडीयू और नीतीश कुमार के लिए काफी अहम माने जाते हैं. वो भी ऐसे वक्त में जब 2024 में बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए नीतीश देश के तमाम विपक्षी दलों को एक साथ लाने की कवायद कर रहे हैं. ऐसे में केसी त्यागी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दिल्ली की सियासत में माहौल बनाने और विपक्ष के नेताओं के साथ जेडीयू का तालमेल बनाने में मुख्य रोल अदा कर कर सकते हैं. इसीलिए उनकी वापसी कराई गई है.
2003 से नीतीश-त्यागी की जोड़ी
बता दें कि केसी त्यागी लंबे समय से नीतीश कुमार के साथ जुड़े हुए हैं. साल 2003 में समता पार्टी का जेडीयू में विलय होने के बाद केसी त्यागी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्य प्रवक्ता के पद पर थे. त्यागी को दिल्ली और राष्ट्रीय मीडिया में पार्टी की सबसे प्रमुख वक्ताओं में से एक रहे हैं. मार्च 2023 में जेडीयू की कार्यकारिणी से केसी त्यागी को जगह नहीं मिल सकी थी. साथ ही उपेंद्र कुशवाहा, आरसीपी सिंह, अजय अलोक जैसे नेताओं के जेडीयू छोड़े जाने के बाद पार्टी में अनुभवी नेता और मीडिया में बात रखने वाले नेता की कमी दिख रही थी.
त्यागी की वापसी का सियासी गणित
केसी त्यागी को दोबारा से वापस लाया गया, क्योंकि पार्टी के पास राष्ट्रीय स्तर पर जेडीयू की स्थिति को स्पष्ट करने और पार्टी के काम, उपलब्धियों और नीतीश कुमार के दृष्टिकोण के बारे में बात करने के लिए कोई अन्य वरिष्ठ नेता नहीं था. इस बात को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा कि केसी त्यागी समाजवादी आंदोलन से जुड़े एक अनुभवी नेता हैं और उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के साथ मिलकर काम किया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और हम उनका संगठनात्मक अनुभव चाहते हैं. इसलिए उन्हें पार्टी का विशेष सलाहकार और मुख्य प्रवक्ता बनाया गया है.
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाए जाने के बाद मीडिया से केसी त्यागी ने कहा कि मैं ऐसे समय में अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकता जब नीतीश कुमार 2024 के मिशन में जुटे हैं और विपक्षी एकता के लिए काम कर रहे हैं. मैं यह नहीं भूल सकता हूं कि नीतीश कुमार ने मुझे राज्यसभा भेजा और जेडीयू में अहम पदों पर काम करने का मौका दिया. इस तरह नीतीश कुमार साथ कंधे से कंधा मिलाकर 2024 के लिए हम काम करने के लिए तैयार है.
त्यागी का राजनीतिक सफर
केसी त्यागी पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आते हैं और उन्होंने चौधरी चरण सिंह के साथ राजनीतिक पारी शुरू करने के बाद जनता दल और फिर नीतीश कुमार के साथ जुड़ गए. केसी त्यागी 1989 में जनता दल के टिकट पर हापुड़-गाजियाबाद लोकसभा सीट से जीतकर सांसद चने गए. इसके बाद 2013 से 2016 तक राज्यसभा में भी रहे. पांच दशक तक सियासी पारी खेलने के बाद केसी त्यागी ने ब्रेक लिया था, जिसके चलते पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी से खुद को बाहर रखा था.
2024 के लोकसभा चुनाव में एक साल का वक्त बाकी है, जिसके लिए सियासी बिसात बिछाई जाने लगी है. वहीं, जेडीयू के दिग्गज नेताओं के बाहर होने के बाद पार्टी में मजबूत और वैचारिक नेताओं का नेतृत्व शून्य हो गया था. ऐसे वक्त में त्यागी जैसे किसी व्यक्ति की जरूरत जेडीयू को साफ महसूस हो रही थी. नीतीश कुमार एक राष्ट्रीय विपक्षी मोर्चे को एक साथ लाने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में केसी त्यागी मीडिया में जेडीयू और नीतीश कुमार की बातों को मजबूती से रखने की ताकत रखते हैं. त्यागी की इसी खूबी को देखते हुए उन्हें पार्टी की अहम भूमिका में लाया गया है.
मिशन-2024 की तैयारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे दमखम के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हैं. एनडीए से नाता तोड़कर फिर से महागठबंधन में वापसी करने और विपक्षी एकता का बीढ़ा उठाने के बाद नीतीश कुमार की साख 2024 के चुनाव में दांव पर लग गई है. नीतीश एक तरफ अपने गृह राज्य बिहार में आरजेडी, कांग्रेस सहित अन्य दलों के साथ मिलकर बीजेपी को मात देने की चुनौती है तो दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी को देश की सत्ता में हैट्रिक लगाने से रोकने का चैलेंज है.
बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता बनाने के लिए नीतीश देश के तमाम दलों के साथ मेल-मिलाप कर रहे हैं ताकि 2024 में मजबूत के साथ मुकाबला कर सकें. ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पार्टी के ऐसे नेता की तलाश है, जो सभी पार्टी से बेहतर तालमेल स्थापित करे. ऐसे में केसी त्यागी जेडीयू के पुराने वफादार रहें है और पार्टी में उनकी एक अलग पहचान है. इसके चलते ही उन्हें मिशन-2024 के लिए लाया गया है.