
केरल की सत्ताधारी पार्टी सीपीआई (एम) ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि उसने केरल विधानसभा चुनावों में हवाला के पैसे का इस्तेमाल किया है. कोडाकारा डकैती मामले में लेफ्ट द्वारा कहा जा रहा है कि वे पैसे भाजपा के चुनाव प्रचार के लिए ले जाए जा रहे थे. इसपर भाजपा ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा है कि सीपीआई (एम) भाजपा से राजनीतिक बदला ले रही है.
इस मामले पर केरल भाजपा की कोर कमिटी ने प्रेस कांफ्रेंस रखी है, जिसमें भाजपा के बड़े नेताओं ने आरोप लगाया है कि कोडाकारा में हाइवे पर डकैती करने वाले आरोपी लेफ्ट पार्टियों से जुड़े हुए हैं. और केरल पुलिस, सत्ताधारी पार्टी सीपीआई(एम) की आज्ञानुसार एक 'राजनीतिक ऑपरेशन' चला रही है.
कोडकारा थाने में 7 अप्रैल को दर्ज रिपोर्ट में बताया गया था कि 3 अप्रैल को कोझिकोड-कोच्चि राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक कार से बदमाशों ने 25 लाख रुपये लूट लिए हैं. बाद में जब इस मामले की जांच हुई तो पता चला कि लूटी गई राशि पच्चीस लाख नहीं बल्कि 3.5 करोड़ थी. लेफ्ट सरकार ने आरोप लगाया है कि भाजपा इस पैसे का इस्तेमाल चुनावी खर्च में करने वाली थी. कांग्रेस ने भी इस मामले की न्यायिक जांच करवाने की मांग की है.
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इस मामले पर केरल भाजपा की कोर टीम ने उसके नेताओं को बदनाम करने का आरोप लगाया है. कोडाकारा डकैती में सीपीआई (एम) का हाथ होने की बात कहते हुए भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन का समर्थन किया है और कहा है कि लेफ्ट पार्टियाँ उनसे व्यक्तिगत खुन्नस निकाल रही हैं और उनके परिवार के प्रति लगातार झूठा प्रचार कर रही हैं.
भाजपा नेताओं ने कोच्ची पुलिस की भी आलोचना की है जिसकी वजह से पार्टी की कोर टीम को होटल में मीटिंग करने की बजाय जिला कमिटी के कार्यालय में मीटिंग करनी पड़ी है.
आपको बता दें कि केरल भाजपा की कोर टीम की मीटिंग होने से पहले ही केरल पुलिस ने होटल को नोटिस थमा दिया था कि बिना कोविड नियमों का पालन किए मीटिंग की अनुमति न दें.
भाजपा ने आरोप लगाया है कि पुलिस डकैती करने के आरोपियों की कॉल लिस्ट निकालने की बजाय, जिस उद्योगपति धर्मराजन ने शिकायत की थी उसकी कॉल लिस्ट जांच रही थी. डकैतों से पैसे रिकवर करने की बजाय पुलिस इस बात की रिसर्च कर रही थी कि जिस आदमी की कार से डकैती हुई है, जिसके पैसे गए हैं, वो कैसे भाजपा को चुनावों में मदद पहुंचा रहा था.