Advertisement

'कौन ललन सिंह, वही 43 विधायकों की पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष,' सुशील मोदी ने JDU पर कसा तंज

अमित शाह के बिहार दौरे के बाद जदयू और बीजेपी नेता एक-दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं. बीते दिनों जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा पर वार किया था, वहीं अब सुशील मोदी ने ललन सिंह पर निशाना साधा है.

सुशील मोदी ने ललन सिंह पर साधा निशाना. (File Photo) सुशील मोदी ने ललन सिंह पर साधा निशाना. (File Photo)
सुजीत झा
  • पटना,
  • 25 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:24 PM IST

बिहार में गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के बाद जहां जदयू नेताओं के हमले तेज हो गए हैं, वहीं दूसरी ओर अब बीजेपी भी जदयू को करारा जवाब देने में जुटी है. राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर जमकर निशाना साधा है. 

बता दें कि बीते दिनों जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एक वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर जारी कर कहा था कि बीजेपी के नेता अमित शाह की रैली के लिए लोगों से और सरकारी अधिकारियों से चंदा मांग रहे हैं. इसके अलावा ललन सिंह ने अमित शाह पर भी निशाना साधा. इस मामले के वीडियो वायरल होने लगे. इसके बाद बीजेपी की ओर से सुशील मोदी ने ललन सिंह पर करारा वार किया.

Advertisement

सुशील मोदी ने ललन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि आप कौन और किस आंदोलन से निकले हैं. हमने तो आपका नाम 1995 में पहली दफा सुना था. सुशील मोदी ने कहा कि ललन जी आप भूल गए कि आप 43 विधायकों वाली पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अमित शाह 1300 विधायकों वाली पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं.

'अमित शाह की सफल रैली से महागठबंधन निराश'

सुशील मोदी ने आगे कहा कि महागठबंधन के नेता ये आशंका जता रहे थे कि अमित शाह के सीमांचल दौरे से दो संप्रदायों के बीच तनाव होगा, लेकिन इन लोगों को रैली की सफलता से घोर निराशा हुई है. सुशील मोदी ने कहा कि अमित शाह ने अपने भाषण में न हिंदू का नाम लिया, न मुसलमान का. इससे बौखला कर जनता दल यूनाइटेड के नेता अनर्गल टिप्पणी कर रहे हैं.

Advertisement

सुशील मोदी ने कहा कि ललन आप भूल जाते हैं, आप एक बार भी एमएलए का चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं कर पाए. अमित शाह पांच बार के विधायक हैं. एक बार तो डेढ़ लाख वोट से चुनाव जीते थे. लोकसभा का चुनाव 5.5 लाख वोट से जीते हैं. आप तीन बार सांसद बने तो भाजपा की कृपा से बने हैं. अगर बीजेपी नहीं होती तो आप एमपी नहीं बनते. आप 2014 में अकेले लड़े तो 1 लाख वोट से चुनाव हार गए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement