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नतीजों के बाद पहली बार अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे मुलायम, कहा- 'बहुत अच्छा लड़े तुम'

10 मार्च को आए विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद पहली बार मुलायम सिंह यादव सपा दफ्तर पहुंचे. इस मौके पर सहारनपुर देहात से नवनिर्वाचित विधायक आशु मलिक भी मौजूद रहे.

मुलायम सिंह यादव ने की अखिलेश से मुलाकात मुलायम सिंह यादव ने की अखिलेश से मुलाकात
समर्थ श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 13 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 7:11 PM IST
  • सपा गठबंधन ने 125 सीटों पर जमाया कब्जा
  • भाजपा गठबंधन के खाते में 274 सीटें आई हैं

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में शिकस्त के बाद पहली बार समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की. रविवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचकर मुलायम सिंह ने अखिलेश को आशीर्वाद दिया. 

इस मुलाकात के दौरान मुलायम सिंह यादव ने कहा- "अखिलेश बहुत अच्छा लड़े तुम, बहुत-बहुत बधाई." उन्होंने नई उर्जा और उत्साह के साथ आगे लड़ने को कहा. बता दें कि 10 मार्च को आए विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद पहली बार मुलायम सिंह यादव सपा दफ्तर पहुंचे. इस मौके पर सहारनपुर देहात से नवनिर्वाचित विधायक आशु मलिक भी मौजूद रहे. 

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सपा गठबंधन को मिलीं हैं 125 सीटें 

यूपी की 403 विधानसभा सीटों में से 273 सीटें जीतकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने सत्ता में वापसी कर ली है. समाजवादी पार्टी (सपा) के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन को 125 सीटों पर जीत मिली है.

वहीं, अखिलेश यादव ने 21 मार्च को 11 बजे से सपा के नवनिर्वाचित विधायकों की बुलाई है. अखिलेश की ओर से सभी नवनिर्वाचित विधायकों से तय तिथि और समय पर विधायक दल की बैठक के लिए लखनऊ स्थित सपा के दफ्तर पहुंचने के लिए कहा है.

इससे पहले अखिलेश यादव ने ट्वीट कर यूपी के चुनाव नतीजों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर जनादेश स्वीकार किया था और कहा था कि जनता ने हमारी सीटें ढाई गुना बढ़ा दी हैं. उन्होंने जनादेश को स्वीकार करते हुए जनता का आभार जताया था. अब अखिलेश यादव ने विधायक दल की बैठक भी बुला ली है.

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इस्तीफा दे सकते हैं अखिलेश-आजम 

सपा प्रमुख अखिलेश यादव को दोबारा सत्ता में लौटने के लिए एक बार फिर पांच साल इंतजार करना होगा. बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव और पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान लोकसभा सदस्य बने रहेंगे. अगर ऐसा होता है तो उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ेगा. 

अभी लोकसभा में समाजवादी पार्टी के केवल 5 सदस्य हैं और सियासी माहौल को देखते हुए पार्टी लोकसभा में कमजोर नहीं होना चाहती. ऐसे में अखिलेश यादव और आजम खान विधानसभा सदस्य से इस्तीफा दे सकते हैं. 

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