
मध्य प्रदेश में सियासी हलचल फिर बढ़ गई है. इमरती देवी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा सीएम शिवराज सिंह चौहान को सौंपा है. 'MP तक' से इमरती देवी ने कहा कि सीएम को इस्तीफा दे दिया है वो स्वीकार करें या ना करें ये उनका अधिकार है.
बता दें कि शिवराज सरकार में मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार इमरती देवी अपने ही रिश्तेदार सुरेश राजे से उप चुनाव हार गई थीं. इमरती देवी डबरा विधानसभा सीट से उप चुनाव लड़ रही थी और यह मध्य प्रदेश के सबसे चर्चित सीट रही. इमरती को हराने वाले उनके ही समधी कांग्रेस के सुरेश राजे थे.
इमरती देवी, उन पूर्व विधायकों में से एक नेता हैं जिन्होंने कुछ महीने पहले कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया था. इमरती देवी को ज्योतिरादित्य सिंधिया का कट्टर समर्थक माना जाता है. ये वही इमरती देवी हैं, जिन्होंने इसी साल मार्च महीने में ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति अपनी वफादारी को जाहिर करते हुए कहा था कि 'सिंधिया कुएं में गिरे तो हम भी साथ गिरेंगे'.
26 जनवरी 2019 को गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान इमरती देवी बतौर मंत्री अपना भाषण नहीं पढ़ पाने को लेकर भी काफी चर्चा में रही थीं. हालांकि बाद में उन्होंने पास खड़े जिला कलेक्टर को बुलाया और उनसे अपना भाषण पढ़वाया. हालांकि, सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आने के बाद मंत्री ने सफाई दी है. मंत्री ने कहा- 'बीते दो दिनों से बीमार थी, आप डॉक्टर से पूछ सकते हैं. लेकिन ये ठीक है. कलेक्टर ने अच्छे से (भाषण) पढ़ा.'